नॉर्थ कोरिया ने सोमवार को अमेरिका के विमानों को मार गिराने की धमकी दी है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने अमेरिका पर नॉर्थ कोरिया के एयरस्पेस में घुसपैठ कर निगरानी करने के आरोप लगाए हैं। अमेरिकी जासूसी विमानों और ड्रोन के इस्तेमाल का भी हवाला दिया गया l
वहां की सरकारी न्यूज एजेंसी KCNA को दिए बयान में नॉर्थ कोरिया के प्रवक्ता ने कहा कि अगर उनके एयरस्पेस में फिर से अमेरिकी विमान दिखे तो उन्हें हमला कर गिरा दिया जाएगा। नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका पर भड़काऊ हरकतें कर इलाके को परमाणु युद्ध की तरफ धकेलने के आरोप भी लगाए हैं।
नॉर्थ कोरिया के पास परमाणु पनडुब्बियां तैनात करने जा रहा अमेरिका
नॉर्थ कोरिया ने अपने बयान अमेरिका के उस प्लान की भी कड़ी आलोचना की है जिसके तहत कोरियन पेनिनसुला यानी प्रायद्वीप में परमाणु पनडुब्बियां तैनात की जाएंगी। नॉर्थ कोरिया ने कहा है कि ऐसा कर अमेरिका उनके देश को ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है।
दरअसल, अप्रैल में अमेरिका ने कहा था कि एक परमाणु क्रूज मिसाइल पनडुब्बी को दक्षिण कोरिया की विजिट पर भेजा जाएगा। हालांकि, अमेरिका ने इसका समय नहीं बताया था। 1981 से अमेरिका की कोई पनडुब्बी कोरिया नहीं भेजी गई है।
वहीं, जब अमेरिका से नॉर्थ कोरिया की धमकी पर सवाल किए गए तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। जबकि साउथ कोरिया ने कहा कि किसी भी अमेरिकी विमान ने नॉर्थ कोरिया के एयरस्पेस में घुसपैठ नहीं की है।
नाटो की बैठक में भी उठेगा नॉर्थ कोरिया का मुद्दा
वहीं, पिछले 18 महीनों में पाबंदियों के बावजूद नॉर्थ कोरिया ने एक के बाद एक 90 मिसाइल परीक्षण किए हैं। मई में स्पाई सैटेलाइट लॉन्च करने की भी कोशिश की थी। साउथ कोरिया ने कहा है कि वो इस मुद्दे को नाटो की बैठक में उठाएगा। साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल ने कहा है कि वो नॉर्थ कोरिया से निपटने के लिए नाटो देशों से मदद मांगेंगे।