ओडिशा में 2 युवकों का आधा सिर मूंडा, घास खिलाई, गो-तस्करी के शक में पीटा

ओडिशा के गंजाम जिले में गो-तस्करी के शक में दो दलित युवकों को बुरी तरह पीटा गया। उनका आधा सिर मुंडवाया गया। उन्हें घुटनों के बल रेंगने, घास खाने और नाली का पानी पीने के लिए मजबूर किया गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। घटना 22 जून को खारिगुमा गांव में हुई। पुलिस ने अगले दिन यानी 23 जून को यह जानकारी दी। पुलिस के मुताबिक, सिंगीपुर गांव के रहने वाले बबुला नायक और बुलु नायक हरिऔर इलाके से दो गाय और एक बछड़ा अपने गांव ले जा रहे थे। खारिगुमा गांव में गो-रक्षकों ने उन्हें रोका। उनसे 30 हजार रुपए मांगे। मना करने पर पीटा। सैलून ले जाकर आधा सिर मुंडवाया। उन्हें एक किमी तक घुटनों के बल रेंगने पर मजबूर किया। दोनों लोगों को घास खिलाई और नाली का पानी पिलाया गया।
ओडिशा में दो दलित युवकों को घुटनों पर चलने, घास खाने और गंदा पानी पीने पर मजबूर करना सिर्फ़ अमानवीय नहीं, बल्कि मनुवादी सोच की बर्बरता है।
ये घटना उन लोगों के लिए आईना है जो कहते हैं कि जाति अब मुद्दा नहीं रही।
दलितों की गरिमा को रौंदने वाली हर घटना, बाबा साहेब के संविधान पर…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 23, 2025
ओडिशा के गंजाम जिले में दो दलित व्यक्तियों को बुरी तरह पीटा गया, आधा सिर मुंडवाया गया, करीब दो किलोमीटर घुटनों के बल रेंगने और मवेशियों का चारा खाने व नाली का पानी पीने के लिए मजबूर किया गया — यह घटना मानवता को शर्मसार कर देने वाली है।
दोनों दलित अपनी बेटी की शादी के लिए मेहनत… pic.twitter.com/GmAvKdFUtQ
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) June 24, 2025
घटना का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने X पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, ‘भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं आम होती जा रही हैं, क्योंकि उनकी राजनीति नफरत और भेदभाव पर आधारित है। दलित युवकों को घुटनों के बल चलने, घास खाने और गंदा पानी पीने के लिए मजबूर करना न केवल अमानवीय है, बल्कि मनुवादी सोच की बर्बरता है। दलितों की गरिमा को कुचलने वाली हर घटना बाबा साहब के संविधान पर हमला है। समानता, न्याय और मानवता के खिलाफ एक साजिश है। दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिए। देश संविधान से चलेगा, मनुस्मृति से नहीं।’
आरोपियों के खिलाफ धारकोट थाने में FIR दर्ज कराई गई है। अब तक 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है, बाकियों की तलाश जारी है। गंजाम SP ने पुष्टि की है कि जांच चल रही है। दोनों पीड़ितों का इलाज धारकोट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में करवाया गया। शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि हमलावरों का मकसद गो-संरक्षण नहीं, बल्कि जबरन वसूली था।