संभल और वाराणसी के बाद अलीगढ़ में मिला सालों पुराना मंदिर, शिवलिंग और टूटी मूर्तियां मिलीं

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उत्तरप्रदेश : अलीगढ़ के बन्नादेवी थाना क्षेत्र के सराय रहमान इलाके में एक प्राचीन शिव मंदिर मिलने से विवाद खड़ा हो गया है. यह मंदिर कई दशकों से मिट्टी और कबाड़ के नीचे दबा हुआ था. हिंदूवादी संगठनों को जब इसकी जानकारी मिली, तो वो मौके पर पहुंचे और मंदिर की सफाई शुरू की. इस दौरान शिवलिंग और अन्य मूर्तियां मिलीं, जिन्हें देखकर संगठनों ने मंदिर को कब्जा मुक्त करने की मांग की. करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह मंदिर लगभग 70-80 साल पुराना है. इसमें कबाड़ भरा हुआ था, हमने इसकी सफाई की और अब इसे कब्जा मुक्त कराने और पूजा शुरू करने की मांग कर रहे हैं. अगर प्रशासन 24 घंटे में एक्शन नहीं करता, तो हम खुद इसे कब्जा मुक्त करेंगे.

बजरंग दल के महानगर सहसंयोजक अंकुर शिवाजी ने बताया कि यह इलाका पहले हिंदू बहुल था, लेकिन समय के साथ यहां के लोग पलायन कर गए. मंदिर को मिट्टी और कूड़े के नीचे दबा दिया गया. शिवलिंग और अन्य मूर्तियां खंडित अवस्था में पाई गईं. मंदिर के आसपास रहने वाले जाकिर और बब्बू ने भी बताया कि यह मंदिर बहुत पुराना है. पहले यहां हिंदू समुदाय के लोग रहते थे, लेकिन मकान बेचकर चले गए, जिससे मंदिर की देखभाल नहीं हो पाई. मंदिर के आसपास मुस्लिम समुदाय के घर होने की वजह से यह मामला धार्मिक और सामाजिक संवेदनशीलता का विषय बन गया था. इस मामले की जानकारी मिलने पर नगर निगम के अपर आयुक्त भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि यह एक प्राचीन मंदिर है. इसमें शिवलिंग मौजूद है, बाकी जांच और आगे की कार्रवाई प्रशासन करेगा.