प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में अपने कैबिनेट का परिचय कराया. इसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने इमरजेंसी की निंदा की और इसे देश के इतिहास का एक काला अध्याय बताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने इस दौर में ऐसे कई कार्य किए जिन्होंने संविधान की भावनाओं को कुचलने का काम किया. स्पीकर ने इस दौर में संविधान संशोधनों का जिक्र करते हुए कहा कि न्यायपालिका पर नियंत्रण हो और सारी शक्तियां एक व्यक्ति के पास आ जाए. इमरजेंसी तानाशाही की भावना से बड़ी चुनौतियों को लेकर आई. यह ऐसा कालाखंड है जो संविधान के ढांचे और न्यायिक स्वतंत्रता की आवश्यकता की याद दिलाता है. जब हम इमरजेंसी के 50वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, ये सभा बाबा साहब के बनाए हुए संविधान की रक्षा की भावना को दोहराती है. हम संवैधानिक संस्थाओं में भारत के लोगों की आस्था की सराहना करते हैं.
भारत के इतिहास में 25 जून 1975 के दिन को हम हमेशा काले अध्याय के रूप में जाना जाएगा: ओम बिरला – लोक सभा स्पीकर#18thLokSabha #LoksabhaSpeaker #NDA #OmBirla pic.twitter.com/m2CVSdSLa1
— News18 India (@News18India) June 26, 2024