महाराष्ट्र विधानसभा में लुंगी-बनियान पहनकर पहुंचे विपक्ष के विधायक, शिवसेना MLA के खिलाफ किया प्रदर्शन.. Video

महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर आज बुधवार को एक अनोखा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। महाविकास आघाड़ी (MVA) के विधायकों ने ‘लुंगी-बनियान’ पहनकर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा विधायक हॉस्टल की कैंटीन के कर्मचारी से मारपीट के खिलाफ किया गया। शिवसेना (उद्धव गुट) के विधान परिषद में नेता अंबादास दानवे, एनसीपी (शरद पवार गुट) के विधायक जीतेन्द्र आव्हाड समेत कई विपक्षी नेता इस प्रदर्शन में शामिल हुए। सभी ने अपने पारंपरिक कपड़ों के ऊपर बनियान और तौलिया (लुंगी की तरह) पहनकर ‘गुंडा राज’ के खिलाफ नारेबाजी की। अंबादास दानवे ने कहा कि जब विधायक कैंटीन में ही मारपीट कर रहे हैं, तो इससे साफ है कि सरकार ऐसे तत्वों को संरक्षण दे रही है। इससे पहले सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे भी विधायक की आलोचना कर चुके हैं।
महाराष्ट्र विधानभवन की सीढ़ियों पर MVA विधायकों का अनोखा आंदोलन — बनियान और तौलिया पहनकर किया प्रदर्शन।
हाथों में ‘चड्डी-बनियान गैंग’ के पोस्टर लेकर शिंदे गुट के मंत्रियों पर साधा निशाना।#MaharashtraPolitics #MVA #MahaYuti pic.twitter.com/UMxFeSGqe7— Vinod Jagdale (@iamvinodjagdale) July 16, 2025
शिवसेना (शिंदे गुट) विधायक संजय गायकवाड़ ने 8 जुलाई को खाने की क्वालिटी सही नहीं मिलने पर मुंबई के आकाशवाणी विधायक गेस्ट हाउस के केंटीन स्टाफ के साथ मारपीट की थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। मामले को लेकर विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा– वहां खाने की क्वालिटी अच्छी नहीं थी। मुझे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
महाराष्ट्र विधान परिषद में शिवसेना (UBT) विधायक अनिल परब ने संजय गायकवाड़ के वीडियो का मुद्दा उठाया। उन्होंने सरकार पर राजनीतिक मनमानी का आरोप लगाया। इस पर CM फडणवीस ने 9 जुलाई को सदन में कहा, ‘इस तरह का आचरण सही संदेश नहीं देता। ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है और किसी के लिए भी सम्मानजनक नहीं है। एक विधायक के रूप में गायकवाड़ के कृत्य ने सभी विधायकों की प्रतिष्ठा धूमिल की है।’
CM ने कहा, ‘आपसे (विधान परिषद अध्यक्ष राम शिंदे) आग्रह करता हूं कि मुद्दे की जांच करें। समस्या है तो कार्रवाई की जा सकती है। जनप्रतिनिधियों के मारपीट करने से लोगों के बीच गलत संदेश जाता है। आप (विधान परिषद अध्यक्ष) और स्पीकर (राहुल नार्वेकर) इसका संज्ञान लें और कार्रवाई करें।’