पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामले थमने का नाम नहीं रहे हैं। अब सिंध प्रांत में आठ वर्षीय हिंदू बच्ची के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हैवानों ने उसकी आंखें तक नोंच लीं। बच्ची हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है। एक हिंदू मानवाधिकार कार्यकर्ता ने बच्ची का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है। इसमें पीड़िता को एक स्ट्रेचर पर देखा जा सकता है, जब उसके माता-पिता उसे अस्पताल परिसर के अंदर ले जा रहे थे।
मामला सिंध के उमरकोट शहर का है। मामले के अनुसार, पीड़िता बच्ची भील समुदाय की है। आरोपी 28 अगस्त को उठा ले गए थे। सामूहिक दुष्कर्म से पहले और बाद में उसके साथ क्रूरता की गई। हैवानों ने उसके पूरे चेहरे को खरोंचा और आंखें तक नोंच डाली। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खून बहना बंद नहीं होने के चलते बच्ची की हालत काफी खराब है। उसके जननांगों से लगातार खून बहता देख गया।
स्थानीय आपातकालीन अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे बीआईडीएस अस्पताल भेज दिया। साझा की गई वीडियो क्लिप के अनुसार, पीड़िता की मां ने मीडिया को बताया कि बच्ची एक स्थानीय दुकान गई थी, लेकिन वापस नहीं आई। वीडियो में महिला को स्थानीय भाषा में बात करते सुना जा सकता है। आरोपी बच्ची को मृत समझकर छोड़ गए थे। पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।