वाराणसी के प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर बीती रात उस समय अफरातफरी मच गई जब गंगा आरती के दौरान घाट का एक हिस्सा धंस गया. हालांकि इस घटना से किसी तरह के जानमाल की हानि नहीं हुई. मौके पर नगर निगम की टीम, पुलिस के अधिकारियों के अलावा क्षेत्रीय बीजेपी विधायक भी पहुंचे और दुर्घटना की वजह पता लगाने में जुट गए.
दरअसल वाराणसी के दशाश्वमेध क्षेत्र में प्राचीन दशाश्वमेध घाट (शीतला घाट) पर बड़ा हादसा टल गया. गंगा आरती के दौरान घाट के कोने का एक हिस्सा धंस गया. जिस दौरान यह घटना हुई उस वक्त गंगा आरती चल रही थी और खत्म होने वाली थी.
घाट का एक हिस्सा धंसने के बाद जैसे-तैसे आरती खत्म करके घाट के धंसे हिस्से को खाली कराया गया. फिलहाल धंसे हुए हिस्से की तरफ लोगों के आने जाने पर रोक लगा दी गई है.
घाट धंसने के बाद पुलिस के अलावा नगर निगम के चीफ इंजीनियर के साथ अन्य अधिकारियों की टीम भी मौके पर पहुंची. स्थानीय विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री रहे डॉक्टर नीलकंठ तिवारी भी मौके पर पहुंचे.
गंगा आरती कराने वाली संस्था गंगोत्री सेवा समिति के सचिव दिनेश शंकर दुबे की मानें तो अभी दुर्घटना के पीछे की सही वजह नहीं बताई जा सकती है क्योंकि बीते महीनों में बाढ़ आई हुई थी.
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि बाढ़ की वजह से पुराना घाट और कमजोर हो गया हो, इसके अलावा घाट से मिट्टी का क्षरण भी एक वजह हो सकती है. नगर निगम के चीफ इंजीनियर की टीम कारणों का पता लगाने में जुटी हुई है.