हजारीबाग में वसूली एजेंटों पर फूटा लोगों का गुस्सा, महिंद्रा फाइनेंस कंपनी पर प्रदर्शन; एजेंट ने गर्भवती को ट्रैक्टर से कुचल दिया था

राष्ट्रीय

हजारीबाग के इचाक में वसूली एजेंटों की क्रूरता के खिलाफ शुक्रवार को लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने मोनिका के शव के साथ नूरा रोड स्थित महिंद्रा फाइनेंस कंपनी के कार्यालय के पास प्रदर्शन किया। इधर, मामले के आरोपियों समेत महेंद्रा फाइनेंस के कर्मचारी और अधिकारी शुक्रवार को कार्यालय बंद कर लापता रहे। बता दें कि गुरुवार को एक किसान से ट्रैक्टर के बकाया किस्त की वसूली की दौरान उसकी बेटी मोनिका को उसी ट्रैक्टर से कुचल दिया था। इसमें तीन माह की गर्भवती मोनिका की मौत हो गई थी।

रोशन समेत चार पर एफआईआर

किसान मिथिलेश मेहता ने बेटी मोनिका की मौत पर फाइनेंस कर्मियों वालों के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए महिंद्रा फाइनेंस के रोशन सिंह समेत 4 पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। इधर, प्रदर्शन के दौरान मौके पर पहुंचे पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि कंपनी के लोग अगर भागते रहेंगे, तो यहां के जनप्रतिनिधि सामूहिक रूप से उग्र प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने पुलिस से भी आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार करने की मांग की।

ससुराल में किया गया मोनिका का अंतिम संस्कार

मोनिका का अंतिम संस्कार शुक्रवार को उसकी ससुराल में कर दिया गया। उसके गर्भवती होने के कारण पति कुलदीप की जगह ससुर झमण प्रसाद मेहता ने मुखाग्नि दी। इस गमगीन मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

मोनिका की मौत से लोग मर्माहत, कार्रवाई की मांग

मोनिका की मौत ने हर किसी को झकझोर दिया है। लोगों में गुस्सा भी है। सदर विधायक मनीष जायसवाल कहते हैं कि इस तरह के लोगों को रोकने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। कानून को हाथ में लेकर अगर कोई वसूली करने जाता है तो वह कैसे बिना सूचना के किसी भी ग्राहक तक पहुंच जाता है। यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि हाईकोर्ट ने इस तरह की वसूली पर रोक लगा रखी है। इसके बाद भी कैसे कंपनी के लोग दादागिरी करते हैं।

राह चलते किसी की गाड़ी छीन लेना जबरन पैसे की वसूली करना गुंडई नहीं तो और क्या है। उन्होंने कहा कि मोनिका के हत्या के आरोपियों को जल्द से जल्द पुलिस गिरफ्तार करें नहीं तो हम लोग उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। वहीं सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि यह एक बहुत ही दुखद घटना है। सभी आरोपियों को अविलंब जेल भेजना जरूरी है। पुलिस गिरफ्तार करके आरोपियों को स्पीडी ट्रायल के तहत सजा दिलवाए।