दबंगों ने रोकी दलित की बारात, बीच सड़क लहराई पिस्टल, प्रधानपति समेत 4 पर FIR

राष्ट्रीय

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में प्रधान पति ने अपने घर के सामने से दलित की बारात निकलने का विरोध किया. दलित पक्ष ने ऐसा आरोप लगाया है कि प्रधान पति ने पिस्टल निकालकर धमकी दी और जातिसूचक गालियां दीं. जिसके चलते बारात में कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई. फिलहाल, शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने प्रधान पति समेत चार आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कर ली है. हालांकि, पुलिस का कहना है कि पूरा विवाद गाड़ी निकालने को लेकर हुआ था. उसने दलित होने की वजह से बारात रोकने की बात को गलत बताया है.

पूरा मामला सलेमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव का है. जहां जाटव समाज की लड़की के घर बारात आ रही थी. उसी रास्ते मे प्रधान पति योगेंद्र शर्मा का घर पड़ता था. जैसे ही बारात घर के करीब पहुंची योगेंद्र शर्मा कार से आ गया. बारात रास्ते में थी और उसे आगे जाने के लिये रास्ता नही मिल रहा था. जिस पर वह कार से अपने साथियों के साथ उतरा और बारातियों से बहस करने लगा.

बारातियों और लड़की पक्ष के लोगों का आरोप है कि योगेंद्र और उसके साथी ऊंची जाति से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने अपने घर के सामने से दलित की बारात जाने का विरोध किया. कहासुनी के बाद पिस्टल निकाल ली और धमकी दी. योगेंद्र का पिस्टल लहराते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें गाली-गलौच भी है

हालांकि, बाद में बारात उसी रास्ते से गुजरी. अगले दिन दलित पक्ष ने प्रधान पति योगेंद्र शर्मा और उसके साथियों के खिलाफ थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई. जिसपर पुलिस ने योगेंद्र समेत तीन अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक, विवाद गाड़ी निकालने को लेकर हुआ था.

मामले में सीओ दिलीप सिंह ने बताया बीती रात सलेमपुर थाने के परौली गांव में एक बारात निकल रही थी. इसी दौरान ग्राम प्रधान अपनी गाड़ी से वहां से जा रहे थे. गाड़ी को निकालने को लेकर आपस में विवाद हुआ. विवाद का वीडियो वायरल हो रहा है. जबकि, बारात रोकने जैसी कोई घटना प्रकाश में नहीं आई है. सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर विवेचना की जा रही है.