गुजरात में एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) का काफिला अहमदाबाद से गांधीनगर जाते समय रास्ते में रुक गया। पीछे से आ रही एक एंबुलेंस को रास्ता देने के बाद ही प्रधानमंत्री का काफिला रवाना हुआ।
गुजरात (Gujarat) में दो दिन की यात्रा पर आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरे दिन गांधीनगर में स्वदेशी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन करने के बाद अहमदाबाद में गुजरात की पहली मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। अहमदाबाद के समारोह के पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी का काफिला गांधीनगर के लिए रवाना हुआ था।
अहमदाबाद से गांधीनगर जाते समय एंबुलेंस का हॉर्न सुनाई दिया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना काफिला रुकवा दिया।
इसके बाद पीएम मोदी का काफिला किनारे हो गया और एंबुलेंस को आगे जाने के लिए रास्ता दिया गया। @narendramodi #ViralVideo pic.twitter.com/AXmZ3CpNcN
— Adi Vatsal (@VatsalAdi) September 30, 2022
रास्ते में पीछे से एक एंबुलेंस को आता देख प्रधानमंत्री का काफिला रुक गया तथा एंबुलेंस को रास्ता देकर उसके आगे बढ़ जाने के बाद ही रवाना हुआ। वीआइपी मूवमेंट व अतिविशिष्ट लोगों के दौरे के वक्त कई बार ऐसी खबरें आती हैं कि बुजुर्ग , स्कूली बच्चों तथा एंबुलेंस को भी रोक दिया जाता है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का काफिला अहमदाबाद-गांधीनगर मार्ग पर उस वक्त ठहर गया, जब पीछे से आ रही एक एंबुलेंस का सायरन सुनाई दिया। घटना अपने आप में बहुत छोटी लगती हो, लेकिन देश के पीएम के काफिले को रोककर सुरक्षाकर्मियों की ओर से एंबुलेंस के लिए रास्ता देना अनूठा कदम है।
इंटरनेट मीडिया पर इस मामले की खूब तारीफ हो रही है। प्रधानमंत्री के काफिले की सुरक्षा व्यवस्था देखने वाले अधिकारियों की भी सराहना की जा रही है। कई यूजर्स देश के अन्य राजनेताओं, अतिविशिष्ट व्यक्तियों तथा राजनीतिक दलों से भी ऐसा मानवीय अभिगम रखने आग्रह रखने के मैसेज कर रहे हैं।