केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज से लोकसभा में चर्चा शुरू हो गई है. कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने इस प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत की है. इस चर्चा में राहुल गांधी भी शामिल होने वाले हैं. तीन दिनों तक 18 घंटे संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी. इसके बाद 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस चर्चा का जवाब देंगे.
कांग्रेस सांसद गोगोई ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम दुख की घड़ी में संवेदना के साथ वहां (मणिपुर) गए तो आप कहते हो कि फोटो के लिए गए. आप कहते हैं कि सब नॉर्मल है, स्थिर है. लेकिन आज भी बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं, इंटरनेट नहीं है. वीडियो वायरल नहीं होता तो शायद पीएम मोदी आज भी मौन रहते. गोगोई ने मणिपुर के सीएम पर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री कहते हैं कि ये सब ड्रग्स के लिए हुआ है. जब पुलिस ने एक ड्रग्स माफिया एल इटोचा को पकड़ा तो मुख्यमंत्री दफ्तर से फोन गया कि इसे रिहा करो. वे एक ऑटोनोमस डिस्ट्रिक्ट के चेयरमैन हैं, पीएचई के भाई हैं. ये बात हम नहीं कह रहे हैं, मेडल प्राप्त अधिकारी ने कही है. उन्होंने मेडल वापस कर दिया है. गोगोई ने 2017 से 2023 के बीच नार्कोटिक्स के उत्पादन से संबंधित रिपोर्ट्स का उल्लेख कर भी सरकार को घेरा.
दो वर्गों में ऐसा बंटवारा कभी नहीं देखा: गोगोई
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने आगे कहा,’मणिपुर में बीजेपी का डबल इंजन फेल हो गया है. समाज के दो वर्गों के बीच ऐसा बंटवारा, इतना आक्रोश, इतना गुस्सा हमने पहले कभी नहीं देखा. प्रदेश में एक ऐसी लकीर खींच दी गई है कि पहाड़ पर एक वर्ग के लोग रहते हैं और वैली में एक वर्ग के लोग. गौरव गोगोई ने अटलबिहारी वाजपेयी को कोट करते हुए सरकार को राजधर्म याद दिलाया और मणिपुर की दो महिलाओं के वायरल वीडियो का भी जिक्र किया.’
मणिपुर पर बोलने में 80 दिन क्यों लगे?
गौरव गोगोई ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर क्यों नहीं गए. मोदीजी को मणिपुर पर कुछ बोलने के लिए 80 दिन क्यों लग गए. पीएम मोदी की तरफ से संवेदना का कोई शब्द या शांति की अपील क्यों नहीं की गई. मंत्री बोलें, कोई नहीं रोक रहा, लेकिन पीएम मोदी के शब्दों में जो वजन है, वह किसी मंत्री में नहीं है. हमारा तीसरा सवाल है कि पीएम ने मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया. गुजरात में चुनाव से पहले दो बार मुख्यमंत्री बदल दिए, उत्तराखंड, त्रिपुरा में भी मुख्यमंत्री बदल दिए. लेकिन मणिपुर के मुख्यमंत्री को विशेष आशीर्वाद क्यों?
पीएम मोदी का मौनव्रत तोड़ना चाहते हैं: गोगोई
चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा,’यह अविश्वास प्रस्ताव हम मणिपुर के लिए लेकर आए हैं. मणिपुर का युवा इंसाफ मांगता है. मणीपुर की बेटी इंसाफ मांगती है. मणिपुर का किसान इंसाफ मांगता है. अगर मणिपुर प्रभावित हुआ है तो भारत प्रभावित हुआ है. हम सिर्फ मणिपुर की बात नहीं कर रहे हैं. बल्कि भारत की बात कर रहे हैं. हमारी अपेक्षा थी कि एक संदेश जाए कि इस दुख की घड़ी में पूरा देश मणिपुर के साथ है, लेकिन अफसोस की बात है कि ऐसा नहीं हुआ. प्रधानमंत्री महोदय ने एक मौनव्रत लिया. ना लोकसभा में कुछ बोलेंगे ना राज्यसभा में कुछ बोलेंगे. इसलिए यह नौबत आन पड़ी है कि हम अविश्वास प्रस्ताव के द्वारा प्रधानमंत्री मोदीजी का मौन व्रत तोड़ना चाहते हैं.
BJP की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव पर बोलेंगे ये नेता
अविश्वास प्रस्ताव पर बोलेंगे ये BJP सांसद
1. अमित शाह
2. निर्मला सीतारमण
3. किरेन रिजिजू
4. ज्योतिरादित्य सिंधिया
5. स्मृति ईरानी
6. लॉकेट चटर्जी
7. बंदी संजय कुमार
8. राम कृपाल यादव
9. राजदीप रॉय
10. विजय बघेल
11. रमेश बिधूड़ी
12. सुनीता दुग्गल
13. हिना गावित
14. निशिकांत दुबे
15. राज्यवर्धन राठौर