बिहार में PM मोदी बोले- जंगलराज वाले महाकुंभ को गाली दे रहे…

राष्ट्रीय

बिहार : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भागलपुर में आयोजित सभा में आरजेडी पर जोरदार हमला किया। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त भी जारी की। प्रधानमंत्री ने कहा कि करीब 22 हजार करोड़ रुपए एक ही क्लिक पर देश भर के किसानों के खाते में पहुंच गए हैं। बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनाव में सीधा मुकाबला एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिना नाम लिए विपक्षी गठबंधन की अगुवाई कर रहे आरजेडी को निशाने पर लिया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस समय प्रयागराज में एकता का महाकुंभ चल रहा है। ये भारत की आस्था का, भारत की एकता और समरसता का सबसे बड़ा महोत्सव है। पूरे यूरोप की जितनी जनसंख्या है, उससे भी अधिक लोग इस एकता के महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं, लेकिन ये जंगलराज वाले महाकुंभ को गाली दे रहे हैं।’

पीएम मोदी ने कहा कि राम मंदिर से ​चिढ़ने वाले लोग महाकुंभ को भी कोसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। मैं जानता हूं, महाकुंभ को गाली देने वाले लोगों को बिहार कभी माफ नहीं करेगा। याद दिलाना होगा कि कुछ दिन पहले आरजेडी प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने महाकुंभ को फालतू बताया था।

मोदी ने कहा, ‘बीते सालों में सरकार के प्रयासों से भारत का कृषि निर्यात काफी बढ़ा है। इससे किसानों को उनकी उपज के ज्यादा दाम मिलने लगे हैं। कई कृषि उत्पाद हैं जिनका निर्यात पहली बार शुरू हुआ। अब बारी है बिहार के मखाना की। ये एक सुपरफूड है जिसे अब दुनिया के बाजारों तक पहुंचाना है। इसलिए इस साल के बजट में मखाना पैदा करने वाले किसानों के लिए मखाना बोर्ड बनाने का ऐलान किया गया है। मैं भी मखाना खाता हूं। पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरा सपना है कि दुनिया की हर रसोई में भारतीय किसानों द्वारा उगाया गया कोई न कोई उत्पाद हो। इस साल के बजट ने भी इसी सोच को आगे बढ़ाया है। बजट में ‘पीएम धन धान्य योजना’ का ऐलान किया गया है। इसके तहत देश के 100 ऐसे जिलों की पहचान की जाएगी जहां फसल उत्पादन सबसे कम है।’मोदी ने कहा, ‘हमारी सरकार ने देश में 10,000 एफपीओ (किसान-उत्पादक संगठन) बनाने का बड़ा लक्ष्य रखा था। आज मुझे आपको बताते हुए खुशी हो रही है कि देश ने यह लक्ष्य हासिल कर लिया है। आज बिहार की धरती 10,000वें एफपीओ के गठन की गवाह बन रही है। मक्का, केला और धान पर काम करने वाले इस एफपीओ का रजिस्ट्रेशन खगड़िया जिले में हुआ है।’