प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 74वें जन्मदिन के मौके पर ओडिशा के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने गणेश पूजन विवाद पर पहली बार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भुवनेश्वर के जनता मैदान में कहा- सत्ता के भूखे लोगों को गणेश पूजा से परेशानी हो रही है। कांग्रेस के इकोसिस्टम के लोग पिछले कुछ दिनों से इसलिए भड़के हुए हैं, क्योंकि मैंने गणपति पूजन में हिस्सा लिया।
साथ ही मोदी ने कहा- आज यहां आने से पहले आदिवासी परिवार के PM आवास गया था। हर साल जन्मदिन पर मां से आशीर्वाद लेने जाता था वो मुझे गुड़ खिलाती थीं। आज मेरी मां नहीं हैं, लेकिन इस बार एक आदिवासी मां ने मुझे खीर खिलाई। आज सरकार के 100 दिन पूरे हुए है। बीते 100 दिन में 11 लाख दीदी बनीं। हमने नई पेंशन स्कीम भी लाई। इससे पहले मोदी ने सुभद्रा योजना भी लॉन्च की। साथ ही कई रेलवे और नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स के साथ 800 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
जब सत्ता की भूख में अंग्रेज देश को बांटने में लगे थे, देश को जातियों के नाम पर लड़वाना, समाज में जहर घोलना, बांटों और राज करो उनका हथियार बन गया था। तब लोकमान्य तिलक ने गणेश उत्सव के सार्वजनिक आयोजनों के जरिए भारत की आत्मा को जगाया था। ऊंच, नीच, भेद-भाव। इन सब से ऊपर उठकर हमारा धर्म हमें जोड़ना सिखाता है। बांटो और राज करो की नीति पर चलने वाले अंग्रेजों की नजरों में उस समय भी गणेश उत्सव खटकता था, आज भी समाज को बांटने और तोड़ने में लगे सत्ता के भूखे लोगों को गणेश पूजा से परेशानी हो रही है।
ओडिशा: भुवनेश्वर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा “सत्ता के भूखे लोगों को गणेश पूजा से परेशानी हो रही है। कांग्रेस और उसके ईको सिस्टम के लोग इसलिए भड़के हुए हैं क्योंकि मैंने गणपति पूजा में हिस्सा लिया था। कर्नाटक में जहां इनकी सरकार है वहां इन्होंने और बड़ा अपराध किया। वहां… pic.twitter.com/rafDrtGeWl
— IANS Hindi (@IANSKhabar) September 17, 2024