वाराणसी : नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद आज मंगलवार को पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे हैं. यहां किसानों और अन्य लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने उनका धन्यवाद किया. पीएम मोदी ने बनारस की क्षेत्रीय भाषा में अपने संबोधन की शुरुआत की. उन्होंने कहा, “चुनाव जीतने के बाद हम पहली बार आज बनारस आये काशी के जनता के हमार प्रणाम. काशी के लोगों की वजह से में धन्य हो गया. सूर्य देवता भी थोडल ठंडक बरसाने लग गया मां गंगा देवी जैसे मुझे गोद ले लिया है, मैं यही का हो गया हूं. उन्होंने कहा, “18वीं लोकसभा के लिए हुआ एक चुनाव भारत के लोकतंत्र की विशालता को, भारत के लोकतंत्र के सामर्थ्य को, भारत के लोकतंत्र की व्यापकता को, भारत के लोकतंत्र की जडों की गहराई को, दुनिया के सामने पूरे समर्थ के साथ प्रस्तुत करता. यूरोप और यूरोपियन यूनियन सारे मतदाताओं को जोड़ दें तो भी भारत के वोटों की संख्या ढाई गुना ज्यादा है. बनारस के सभी मतदाता का लोकतंत्र के उत्सव को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त करता. बनारस के लोगों ने तीसरी बार पीएम भी चुना है.” पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अपने किसान भाई-बहनों का जीवन आसान बनाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. काशी की पवित्र भूमि से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त जारी करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है. पीएम मोदी ने पीएम-किसान योजना की 17वीं किस्त जारी करेंगे. इससे 9.26 करोड़ से अधिक किसानों को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ मिलेगा. इसके अलावा प्रधानमंत्री कृषि सखियों के रूप में प्रशिक्षित 30,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “इतने बहुमत के साथ तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना और जनता द्वारा दिया गया जनादेश अपने आप में अभूतपूर्व है. मैं देश के सभी किसानों की ओर से पीएम मोदी का स्वागत करता हूं और उन्हें बधाई देता हूं. कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान इसकी आत्मा है और भाजपा मानती है कि किसान भगवान हैं और किसानों की सेवा करना भगवान की पूजा है. किसानों और खेती के प्रति हमारी प्रतिबद्धता ही है कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद अगर किसी फाइल पर हस्ताक्षर किए तो वह किसान सम्मान निधि थी.”