प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार को देश के 45 जगहों पर आयोजित रोजगार मेले में 71 हजार युवाओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जॉइनिंग लेटर बांटे। 2024 लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल का यह दूसरा रोजगार मेला है। PM मोदी ने कहा- पिछले डेढ़ साल में हमारी सरकार में करीब 10 लाख पक्की नौकरियां दी गईं। पहले की सरकारों ने ऐसा नहीं किया। आज युवाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण हो रहा है। रोजगार मेले की शुरुआत अक्टूबर 2022 में हुई थी। अब तक 14 मेलों में 9.22 लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी दी जा चुकी है। इससे पहले आखिरी रोजगार मेला 29 अक्टूबर 2024 को आयोजित किया गया था, जिसमें 51 हजार से ज्यादा लोगों को जॉइनिंग लेटर बांटा गया था। भारत ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया है। हमें इस संकल्प पर भरोसा है और लक्ष्य की प्राप्ति का विश्वास है, क्योंकि भारत में हर नीति और हर निर्णय के केंद्र में भारत का प्रतिभाशाली युवा है। आज देश में न केवल लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियां मिल रही हैं, बल्कि ये नौकरियां पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ दी जा रही हैं। किसी भी देश का विकास उसके युवाओं के श्रम, सामर्थ्य और नेतृत्व से होता है। आज हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनमी बन गए और तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम भारत है। भारत ने अपने स्पेस, डिफेंस सेक्टर में नीतियां बदलीं और मैन्युफैक्चरिंग पर जोर दिया है। इसका फायदा भारत के युवाओं को हुआ। वो नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है। वो सब जगह अपना परचम लहरा रहा है।
विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में युवा साथियों और मातृशक्ति की सशक्त भागीदारी बढ़ाने के लिए मोदी सरकार संकल्पित है।
इसी कड़ी में आज माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 71,000 भाई-बहनों को नियुक्ति पत्र देकर उनके भविष्य को नए… pic.twitter.com/zdVcY3iwr9
— Kartik Sharma (@Kartiksharmamp) December 23, 2024
आज हजारों बेटियों को भी नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। प्रयास है कि हर क्षेत्र में महिलाएं आत्मनिर्भर बनें। गर्भवती महिलाओं को 26 हफ्ते की छुट्टी के हमारे फैसले ने हजारों बेटियों के सपने को टूटने से रोका, उनके करियर में सहायता की। सुकन्या समृद्धि योजना से निश्चित किया कि उनकी पढ़ाई में आर्थिक परेशानी न आए। जनधन खाते खोले जिससे सरकारी योजनाओं का फायदा सीधे मिला। मुद्रा योजना से महिलाओं को बिना गारंटी लोन मिलने लगा।