18वीं लोकसभा के पहले सत्र का मंगलवार (25 जून) को दूसरा दिन है। पीएम मोदी आज लोकसभा स्पीकर के उम्मीदवार का प्रस्ताव रखेंगे। इसके लिए मंगलवार दिन में 12 बजे तक नाम देना है। अकेले दम पर बहुमत से दूर भाजपा एनडीए के सहयोगी दलों से विचार-विमर्श कर रही है। सदन में ताकत बढ़ने से उत्साहित विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A भी सभी विकल्पों पर विचार करते हुए सियासी संदेश देने के लिए चुनावी मुकाबले की स्थिति बना सकता है। ऐसा हुआ तो यह देश के संसदीय इतिहास में पहली बार होगा जब स्पीकर पद का चुनाव हो। आजादी के बाद से अब तक लोकसभा स्पीकर का चयन सर्वसम्मति से होता रहा है।
गठबंधन सरकार में स्पीकर की भूमिका अहम होती है। ऐसे में विपक्ष ही नहीं, TDP और JDU जैसे NDA के बड़े सहयोगी दल भी सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं। सोमवार (24 जून) की देर रात तक इसे लेकर सस्पेंस बरकरार रहा। केंद्रीय मंत्री के. राममोहन नायडू ने कहा, ‘अंतिम फैसला आंध्र के सीएम और TDP चीफ चंद्रबाबू नायडू और गठबंधन के नेता करेंगे। NDA के एक अन्य सहयोगी दल भाजपा से विचार-विमर्श होने की बात कही है।’ इस पद के लिए ओम बिरला फ्रंट रनर हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद राधामोहन सिंह, आंध्र से भाजपा सांसद डी. पुरंदेश्वरी और प्रोटेम स्पीकर बने भर्तृहरि महताब का नाम भी चर्चा में है।
