बिजली सप्लाई ठप, उत्पादन 8 घंटे रुका रहा, 800 करोड़ के नुकसान की आशंका

क्षेत्रीय

गुरुवार की सुबह 9 बजे बीएसपी में बड़ा हादसा हो गया। अर्थिंग वायर टूटकर गिरने से सभी चाराें ऑक्सीजन प्लांट में बिजली सप्लाई करने वाले दोनों केबल में आग लग गई। इसकी वजह से ऑक्सीजन प्लांट में बिजली सप्लाई ठप पड़ गई। नतीजतन प्रबंधन ने सभी ब्लास्ट फर्नेस को लो ब्लास्ट में लिया और सभी मिल एरिया में भी उत्पादन रोकना पड़ा। हादसे की वजह से पूरे एक शिफ्ट 8 घंटे का उत्पादन प्रभावित होने से संयंत्र प्रबंधन को करीब 800 करोड़ रुपए का नुकसान हाेने की आशंका जताई जा रही है।

संयंत्र में इन दिनों हॉट मेटल का दैनिक उत्पादन लक्ष्य लगभग 17500 टन है। एक शिफ्ट फर्नेस बंद रहने से करीब 5000 टन हॉट मेटल नहीं बन सका। इसी तरह रोजाना 16800 टन क्रूड स्टील बन रहा है। गुरुवार को 4000 टन से अधिक का नुकसान हुआ। रेल मिल के 1280 और यूनिवर्सल रेल मिल के 2653 टन दैनिक उत्पादन में भी क्रमश: 300 और 600 टन का उत्पादन नहीं हो सका। प्लेट मिल, बार एंड रॉड मिल, मर्चेंट मिल, वायर एंड रॉड मिल में भी उत्पादन 25 फीसदी कम रहा। इस तरह सभी मिलों में 3000 टन फिनिश्ड उत्पाद कम बने।

शाम 5 बजे के बाद दो ऑक्सीजन प्लांट में उत्पादन हुआ शुरू
शाम 5 बजे प्रबंधन को आधी सफलता मिली, जब बीएसपी के पुराने दोनों ऑक्सीजन प्लांट में सप्लाई को बहाल किया जा सका। लेकिन दोनों ऑक्सीजन प्लांट पुराने होने की वजह से उत्पादन क्षमता कम है। दो नए ऑक्सीजन प्लांट है जिन्हें आउटसोर्स पर संचालित किए जा रहे हैं। प्लांट के ज्यादातर मिल्स इन्हीं दो नए प्लांट पर निर्भर है। रात 12 बजे तक दोनों नए ऑक्सीजन प्लांट में बिजली सप्लाई बहाल होने की उम्मीद है।

उत्पादन प्रक्रिया जल्द ही सामान्य होने की उम्मीद “एमएसडीएस 6 के बिजली आपूर्ति के एंट्री प्वाइंट पर अर्थ केबल टूटकर मेन लाइन पर गिर गया, जिसके चलते संयंत्र के कुछ विभागों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई। ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित होने के कारण संयंत्र के कई उत्पादक विभागों को लो ब्लास्ट करना पड़ा। वर्तमान में इस बाधा पर काबू पा लिया गया है। ऑक्सीजन प्लांट की मशीनों को दोबारा प्रारंभ कर दिया गया है।” – जनसंपर्क विभाग, बीएसपी