छत्तीसगढ़ : रायगढ़ जिले की पुलिस ने मानवता की मिशाल पेश की है। बरसात के दिनों में गांव की ओर चार पहिया वाहन का पहुंचना मुश्किल है। ऐसे में घुटरूपारा में एक महिला को प्रसव पीड़ा उठ गया। इसके बाद परिवार ने डायल 112 को मदद के लिए संपर्क किया। सूचना पर वाहन से टीम मदद के लिए रवाना हुई लेकिन गाड़ी के लिए रास्ता नहीं होने से आरक्षक पैदल ही पीड़िता के घर पहुंचे और बिना देरी किये कावड़ में बैठकर गर्भवती महिला को पहाड़ी और नाला पार कराया। आरक्षक पैदल ही 3 किलोमीटर का सफर तय कर वाहन तक लाए। इसके बाद महिला को वाहन से अस्पताल ले जाया जा रहा तभी बीच रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ गई और रास्ते में ही सूझबूझ के साथ मितानिनों की मदद से महिला का प्रसव कराया गया। गर्भवती महिला को अत्यधिक पीड़ा होने से जवान ने सूझबूझ का परिचय देते हुए वाहन पेड़ की आड़ में खड़ा करवाया। मितानिन और महिला के परिजन ने पर्दा कर गर्भवती महिला का सुरक्षित प्रसव कराया प्रसव के बाद डायल 112 वाहन से तत्काल नजदीकी शासकीय अस्पताल जमरगा में महिला और शिशु को भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर ने जच्चा-बच्चा दोंनो को स्वस्थ बताया।
