राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने मालदीव की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद करने के लिए भारत का आभार जताया है। उन्होंने मालदीव के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और चीन दोनों देशों ने मालदीव का कर्ज चुकाने में बहुत ज्यादा मदद की है। मुइज्जू ने उम्मीद जताई है कि भारत और मालदीव मजबूत संबंध बनाएंगे और फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर जल्द दस्तखत करेंगे। मालदीव में अमेरिकी डॉलर की कमी को लेकर मुइज्जू ने कहा कि उनकी सरकार भारत और चीन के साथ करेंसी स्वैप एग्रीमेंट पर बात कर रही है। भारत ने ‘नेबर्स फर्स्ट पॉलिसी’ के तहत मालदीव को 400 करोड़ रुपये की सहायता दी है। मालदीव ने इसके लिए आभार जताया और उम्मीद जताई कि भारत कर्ज के भुगतान को और आसान बनाने में मदद करेगा।
कुछ महीने पहले IMF ने मालदीव को चेतावनी दी थी कि यदि उसने आर्थिक नीति में बदलाव नहीं किए तो कर्ज को लेकर उसे समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इससे पहले शुक्रवार को एक बैठक में मुइज्जू ने कहा था कि चीन ने पांच साल तक के लिए कर्ज चुकाने से राहत दे दी है। पिछले साल नवंबर में मालदीव में ‘इंडिया आउट’ कैंपेन चलाने वाले मोहम्मद मुइज्जू की सरकार आने के बाद से दोनों देशों में तनाव है। इसका नुकसान मालदीव के टूरिज्म सेक्टर को पहुंच रहा है। जनवरी 2024 में प्रधानमंत्री मोदी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या बहुत कम हुई है। दोनों देशों के बीच आए इस तनाव को दूर करने के लिए मालदीव के पर्यटन मंत्री इब्राहिम फैसल भारत दौरे पर आ रहे हैं। वे भारतीय पर्यटकों को लुभाने के लिए नई दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में रोड शो करेंगे। इस दौरान लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में मालदीव आने की अपील भी की जाएगी।
राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत को शुक्रिया कहा, कर्ज चुकाने में बहुत मदद की, भारत में रोड शो करने आ रहे मालदीव के मंत्री।#SwadeshNews #InternationalNews #India #Maldives #China #MohamedMuizzu #CurrencySwapAgreement #HindiNews pic.twitter.com/4k6DCJdGMy
— SWADESH NEWS (@swadesh_news) July 29, 2024