18वीं लोकसभा के बजट सत्र का आज पहला दिन है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के जॉइंट सेशन को संबोधित कर रही हैं। राष्ट्रपति मुर्मू ने अभिभाषण की शुरुआत कुंभ हादसे में दुख व्यक्त करते हुए की। उन्होंने कहा- माननीय सदस्यों इस वक्त महाकुंभ भी चल रहा है। वहां हुए हादसे पर दुख प्रकट करती हूं। राष्ट्रपति ने आगे केंद्र सरकार की योजनाओं की तारीफ की। उन्होंने कहा- 70+ बुजुर्गों को आयुष्मान का फायदा मिला, छोटे कारोबारियों के लिए लोन लिमिट दोगुनी हुई। साथ ही 3 करोड़ नए घर का लक्ष्य जल्द पूरा होगा। सरकार 3 गुना तेज गति से काम कर रही है। आज देश बड़े फैसलों और नीतियों को असाधारण गति से लागू होते देख रहा है। महिलाओं, किसानों और युवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता मिल रही है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन के बाहर मीडिया को संबोधित किया था। PM ने कहा- इस सत्र में कई ऐतिहासिक बिल पेश किए जाएंगे। हर नारी को सम्मानपूर्ण जीवन मिले उस दिशा में इस सत्र में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे। रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म करेंगे। सेशन के दूसरे दिन यानी 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 18वीं लोकसभा और मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करेंगी। बतौर वित्त मंत्री सीतारमण का यह लगातार आठवां बजट होगा।
हमारी बैंकिंग और डिजी पेमेंट सखियाँ दूर दराज के इलाक़ों में लोगों को वित्तीय व्यवस्था से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
-मा0 राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी का संसद के समक्ष अभिभाषण@rashtrapatibhvn#ParliamentBudgetSession2025#DigiPaymentSakhi #LakhpatiDidi pic.twitter.com/l0f2ashnAs
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) January 31, 2025
आज देश के विकास में सबका साथ है इसलिए हम देश के सभी सामर्थ्य का अनुभव कर रहे हैं। इसका लाभ दलित, वंचित और आदिवासी समाज को मिल रहा है। जिस जनजातीय समाज की उपेक्षा होती रही, हमने उसके कल्याण को प्राथमिकता दी। 770 से ज्याद एकलव्य विद्यालयों में आदिवासी बच्चों को शिक्षा दी जा रही है। 30 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए। स्वास्थ्य के लिए 5 करोड़ व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई है। कैंसर मरीजों के लिए कैंसर दवाओं को कस्टम ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया है। सर्वाइकल कैंसर के लिए 9 करोड़ महिलाओं की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। जितना बल फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम किया, उतना ही सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम किया। अस्पताल, इलाज और सेवा के चलते परिवार का खर्च लगातार कम हो रहा है। एक लाख 75 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर बने हैं। मेट्रो नेटवर्क के मामले में भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया। देश में इलेक्ट्रिक बस चलाने के फैसला किया गया है। इससे रोजगार भी होगा। देश में 15 रोपवे प्रोजेक्ट की योजना पर काम हो रहा है। 2014 में दिल्ली एनसीआर में मेट्रो का नेटवर्क 200 किमी था अब यह दोगुने से ज्यादा हो गया। पिछले 10 साल में एयरपोर्ट की संख्या दोगुनी हो गई। शहरी सुविधाओं का आधुनिकीकरण किया, एनर्जी एफिशियंट बनाने का काम किया गया।