अजमेर में एडवोकेट पुरुषोत्तम जाखेटिया की हत्या के विरोध में वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा। आज शनिवार को अजमेर, पुष्कर, नसीराबाद और ब्यावर में वकीलों ने व्यापक बंद का आह्वान किया, जिसके दौरान सिटी स्क्वॉयर, मीराज मॉल और अन्य बाजारों में जमकर तोड़फोड़ की गई। इस दौरान पुलिस की मौजूदगी के बावजूद वकील उग्र हो गए और कई दुकानों को जबरन बंद करवाया। वहीं, जयपुर-अजमेर हाईवे पर भी वकीलों ने जाम लगा दिया, जिससे यातायात बाधित हो गया। बंद के दौरान अजमेर रेलवे स्टेशन के पास होटल और दुकानों को खुला देखकर वकील भड़क उठे। उन्होंने दुकानों और होटलों की जालियों पर डंडे बरसाए और दुकानों में रखा सामान बाहर फेंक दिया। हालांकि, कुछ वरिष्ठ वकीलों ने माहौल को शांत करने की कोशिश की, लेकिन भीड़ के उग्र तेवरों के कारण स्थिति बेकाबू होती रही। अजमेर के अलावा पुष्कर और नसीराबाद में भी दुकानों और बाजारों को पूरी तरह से बंद करवा दिया गया। बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई, जिसमें मेडिकल स्टोर्स, स्कूल और पेट्रोल पंप शामिल थे। हालांकि, इसके बावजूद शहर में भय का माहौल बना रहा और अधिकांश व्यापारियों ने अपनी दुकानें स्वेच्छा से बंद रखीं। बता दें कि इससे पहले बिजयनगर गैंगरेप और ब्लैकमेल कांड के विरोध में भी अजमेर शहर को बंद किया गया था। एक हफ्ते में यह दूसरी बार है जब वकीलों ने बंद का ऐलान किया और विरोध प्रदर्शन किया।
वकीलों के गुस्से का शिकार शराब के ठेके भी बने। अजमेर के पुष्कर रोड और सिने वर्ल्ड स्थित शराब के ठेकों पर वकीलों ने हंगामा किया और ठेका संचालक को पीट दिया। इसके अलावा, मौके पर शराब पी रहे कुछ युवकों के साथ भी वकीलों की कहासुनी हुई और झड़प हो गई। रामगंज चौराहे से गुजर रहे एक टेम्पो को रोककर उसमें सवार यात्रियों को नीचे उतारा गया। वहीं, ब्यावर रोड स्थित सब्जी मंडी में जब वकील पहुंचे तो वहां भी कई दुकानें खुली हुई थीं। गुस्साए वकीलों ने जोर-जबरदस्ती कर मंडी को बंद करवाया।