नबन्ना प्रोटेस्ट हुआ हिंसक… प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़े, पुलिस ने किया आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल

राष्ट्रीय

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में जारी प्रोटेस्ट के बीच यह आंदोलन हिंसक हो गया है. पुलिस अतिक्रमणकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़ रही है तो वहीं प्रदर्शनकारी पुलिस पर पथराव कर रहे हैं. इस बीच कई ऐसी तस्वीरें भी सामने आ रही हैं, जिसमें प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मियों को पीटते दिख रहे हैं पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने नबन्ना अभियान के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के बल प्रयोग की आलोचना की. उन्होंने कहा कि पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े, हमें पता चला कि कुछ पुलिसकर्मी नशे में थे. पुलिस ने केमिकल मिले पानी का छिड़काव किया. क्या छात्रों ने कुछ गलत किया है? नशे की हालत में पुलिस ने महिला के सिर पर डंडा मारा. यह बंगाल को बचाने के लिए आम लोगों का आंदोलन था. एक छात्र को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है, हमें नहीं पता कि उसे गोली लगी है या आंसू गैस के शेल से चोट लगी है. इससे यह साबित हो गया है कि वाम मोर्चा राज्य की सत्ताधारी पार्टी से सेटिंग करने में जुटा है. हम अदालत के आदेश के बाद कल या परसों से धरने पर बैठेंगे, हमने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है जिस पर कल सुनवाई होगी. पुलिस ने हमें धरना देने की अनुमति नहीं दी है. बीजेपी की महिला मोर्चा 30 अगस्त को महिला आयोग के कार्यालय पर ‘ताला लगाओ अभियान’ आयोजित करेगी. हम आज की घटना के विरोध में कल 12 बजे बंगाल बंद का आह्वान कर रहे हैं. सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक स्ट्राइक होगी. करीब 1000 प्रदर्शनकारी हेस्टिंग्स इलाके में पहुंचे. उनमें से कुछ बैरिकेड्स पर चढ़ गए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ा. पुलिस ने नबन्ना (राज्य सचिवालय) तक प्रोटेस्ट मार्च को रोकने के लिए हावड़ा ब्रिज पर बैरिकेड लगा दिए थे, जिसे प्रदर्शनकारी फांद कर आगे बढ़ने लगे. अराजक स्थिति उत्पन्न होने के कारण पुलिस द्वारा पानी की बौछारें की गईं और लाठीचार्ज का सहारा लिया गया.