भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवान लगातार एक्शन लेने की मांग कर रही हैं. उनका कहना है कि यौन शोषण के आरोपी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए. जब बृजभूषण के करीबी संजय सिंह बबलू को फेडरेशन का नया अध्यक्ष चुना गया तो उसके विरोध में साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का फैसला किया, वहीं बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री पीएम आवास के सामने छोड़ दिया और विनेश फोगाट ने अपना अर्जुन अवार्ड और मेजर ध्यानचंद खेल पुरस्कार छोड़ने का ऐलान कर दिया. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी पहलवानों से मिलने के लिए हरियाणा के पहलवान दीपक पूनिया के गांव पहुंच गए हैं.
राहुल गांधी ने छारा गांव में पहुंचकर वीरेंद्र अखाड़े में पहलवानों से मुलाकात की. इस दौरान कांग्रेस नेता के साथ बजरंग पूनिया भी मौजूद रहे. छारा गांव पहलवान दीपक पूनिया का गांव है, जोकि झज्जर जिले में आता है. बता दें कि दीपक और बजरंग पूनिया ने इसी वीरेंद्र अखाड़े से अपनी कुश्ती शुरू की थी.
इस दौरान राहुल ने पहलवानों के अखाड़े में पहुंचकर उनकी कसरतों और उनके करियर में हो रही समस्याओं के बारे में जाना. राहुल के इस दौरे में उनके साथ बजरंग पूनिया भी दिखाई दिए, जोकि कुश्ती संघ के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के मुख्य चेहरों में शामिल हैं. इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि राहुल के साथ पहलवानों की बात सुनी
#WATCH | Haryana: Congress MP Rahul Gandhi reaches Virender Arya Akhara in Chhara village of Jhajjar district and interacts with wrestlers including Bajrang Poonia. pic.twitter.com/j9ItihwVvP
— ANI (@ANI) December 27, 2023
राहुल गांधी सुबह करीब सवा छह बजे पहुंच गए थे. यहां उन्होंने देखा कि पहलवान एक्सरसाइज कैसे होती है. उन्होंने पहलवानों के साथ मिलकर एक्सरसाइज भी की और उनसे दांव भी सीखे और जाना कि कुश्ती में प्वाइंट कैसे लिए जाते हैं. राहुल ने सुबह-सुबह बाजरे की रोटी खाई, हरा साग खाया. बजरंग ने बताया कि उन्होंने मेरे साथ ही कुश्ती की थी.झज्जर के बाद राहुल गांधी आज रोहतक भी पहुंचेंगे. वहां भी पहलवानों के अखाड़े में जाकर उनसे मुलाकात करेंगे. रोहतक की देव कॉलोनी में स्थित मेहरसिंह अखाड़े में राहुल गांधी जाएंगे.
पहलवान विनेश फोगाट ने अपने पुरस्कारों को लौटाने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री मोदी के नाम लिखी चिट्ठी में विनेश ने कहा, साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग ने अपना पद्मश्री लौटा दिया है. देश के लिए ओलंपिक पदक मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को यह सब करने के लिए किस लिए मजबूर होना पड़ा, ये सब सारे देश को पता है और आप तो देश के मुखिया हैं तो आप तक यह भी मामला पहुंचा होगा. प्रधानमंत्री जी, मैं आपके घर की बेटी विनेश फोगाट हूं और पिछले एक साल से जिस हाल में हूं, यह बताने के लिए आपको यह पत्र लिख रही हूं.