इस्लामाबाद: पाकिस्तान में पिछले पांच सप्ताह से अधिक समय से भारी बारिश जारी है, जिसमें कम से कम 357 लोगों की मौत हो गई और 400 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। इसकी जानकारी राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने दी।एनडीएमए के आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि 14 जून से पूरे पाकिस्तान में भारी मानसूनी बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण मानव क्षति, बुनियादी ढांचे, सड़क नेटवर्क और घरों को भारी संख्या भी नुकसान पहुंचा है।
एनडीएमए के आंकड़ों के अनुसार, कुल 23,792 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वही दर्जनों पुल और दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा कि पाकिस्तान जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना कर रहा है। वर्तमान में बाढ़ की समस्या को दूर करने का प्रयास कर रहा है।
पाकिस्तान में बाढ़, एक महीने में 300 मौतें..
सबसे बुरा हाल बलूचिस्तान का है। यहां 111 लोगों की जान गई है। पाकिस्तानी सरकार यहां के लोगों की मदद में भेदभाव कर रही है।
लोगों की जान जा रही है और सरकार जाहिलियत दिखा रही है।#PakistanIgnoreBalochistan#Balochistanflood@NazBaloch_ pic.twitter.com/K9dsS31z8h— Gaurav Pandey (@gaurav5pandey) July 29, 2022
बलूचिस्तान में 106 लोगों की मौत
बलूचिस्तान प्रांत सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है, जहां बारिश से संबंधित घटनाओं और उसके बाद आई बाढ़ में 106 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद सिंध में 90 लोगों की मौत हो गई। एनडीएमए ने कहा कि पंजाब प्रांत में 76, खैबर पख्तूनख्वा में 70, जबकि देश के अन्य हिस्सों में 15 लोग मारे गए हैं। इस बीच, पाकिस्तानी सेना के साथ संबंधित शहरों में नागरिक प्रशासन प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान चला रहा है।
नुकसान का पता लगाएगी समिति
अधिकारी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज रहे हैं, प्रभावित लोगों को भोजन और पानी उपलब्ध करा रहे हैं, जबकि डॉक्टर और पैरामेडिक्स घायलों का इलाज कर रहे है। पूरे पाकिस्तान में भारी नुकसान को ध्यान में रखते हुए, शरीफ ने मानसून की बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक समिति का गठन किया है, जबकि प्रभावित नागरिकों के लिए मौद्रिक मुआवजे को बढ़ाने की घोषणा की है।