रायपुर: भारतीय जनता पार्टी ने सभी 10 नगर निगम पर कब्जा कर लिया है. पर 7 वार्ड ऐसे भी हैं जहां न तो मोदी मैजिक चला नहीं अटल विश्वास पत्र पर वोट पड़े. इन सात वार्डों में कांग्रेस के स्टार चमके और जनता ने यहां कांग्रेस का साथ दिया. रायपुर नगर निगम के 70 वार्डों में बीजेपी ने 60 वार्डों पर जीत दर्ज की. कांग्रेस को महज 7 वार्डों में जीत से संतोष करना पड़ा. तीन निर्दलीय पार्षद भी यहां से चुनाव जीते हैं. पूर्व में महापौर पद की कुर्सी पर ऐजाज ढेबर का कब्जा था. बीजेपी की जीत के बाद अब यहां मीनल चौबे महापौर बनेंगी. जिन 7 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की है उसमें से पांच पर कांग्रेस और दो पर भाजपा का कब्जा रहा. जिन सात सीटों पर कांग्रेस के 7 स्टारों ने जीत हासिल की है उसमें संदीप साहू, रोनिता जगत , दीपमणी साहू, शेख मुसीर, अर्जुमन ढेबर, रेणु जयंत साहू और जयश्री नायक शामिल हैं. जीतने वाले इन पार्षदों को स्टार इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि भाजपा की लहर के बावजूद, इन वार्डो में कमल नहीं खिला. चौंकाने वाली बात यह है कि इन 7 स्टारों में पांच महिला पार्षद शामिल हैं.
वार्ड नंबर 1 से कांग्रेस के संदीप साहू वीर सावरकर वार्ड नंबर 1 से चुनाव मैदान में उतरे. संदीप के खिलाफ भाजपा ने विशाल पांडेय को मैदान में उतारा. यहां संदीप साहू 870 वोट से जीते. इस वार्ड में साल 2019 से भाजपा का कब्जा था ओर कमलेश वर्मा पार्षद थे.
वार्ड नंबर 23 से कांग्रेस की रोनिता जगत को मनमोहन बक्शी वार्ड क्रमांक 23 से कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया था. रोनिता के खिलाफ भाजपा ने कृष्णा भारती को चुनाव मैदान में उतारा. रोनिता जगत 128 मतों से जीत गईं. इसके पहले 2019 में भी इस वार्ड पर कांग्रेस का ही कब्जा था और प्रकाश जगत पार्षद चुने गए थे.
वार्ड नंबर 24 से कांग्रेस की दीपमणी साहू बनी विजेता: वल्लभभाई पटेल वार्ड क्रमांक 24 से कांग्रेस ने दीपमणी साहू को उम्मीदवार बनाया. यहां से भाजपा ने राधिका साहू को मैदान में उतारा था. बीजेपी प्रत्याशी को कांग्रेस की दीपमणी साहू ने 152 वोट से हरा दिया. इस वार्ड में 2019 में कांग्रेस के ही मनीराम साहू पार्षद थे.
वार्ड नंबर 35 से कांग्रेस के शेख मुशीर को कांग्रेस ने हालदार अब्दुल हमीद वार्ड क्रमांक 35 से उम्मीदवार बनाया. भाजपा यहां दौड़ से बाहर नजर आई और निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद अनीस निजामी यहां दूसरे स्थान पर रहे. निजामी को कांग्रेस के शेख मुसीर ने 1370 मतों से हराकर पार्षद की कुर्सी हासिल की. इस वार्ड में 2019 में भी कांग्रेस का कब्जा था और अनवर हुसैन पार्षद थे.
वार्ड नंबर 45 से कांग्रेस के पूर्व महापौर एजाज ढेबर की पत्नी अर्जुमन ढेबर को वार्ड नंबर 45 से चुनाव मैदान में उतारा गया. यहां भाजपा की प्रीति परताले चुनाव मैदान में थी जिन्हें कांग्रेस की अर्जुमन ढेबर ने 2560 मतों से हराकर जीत हासिल की. इस वार्ड से 2019 में एजाज ढेबर पार्षद चुने गए थे जिन्हें बाद में महापौर बनाया गया था.
कांग्रेस की रेणु जयंत साहू ने वार्ड 51 का दंगल जीता: लाल बहादुर शास्त्री वार्ड क्रमांक 51 से कांग्रेस ने रेणु जयंत साहू को चुनाव मैदान में उतारा. भाजपा ने यहां से उत्तर सिंह को चुनाव लड़ाया. कांग्रेस की रेनू जयंत साहू ने 183 मतों से जीत हासिल की. इस सीट पर 2019 में कांग्रेस का ही कब्जा रहा और कामरान अंसारी यहां से पार्षद रहे.
वार्ड 65 से कांग्रेस के जयश्री नायक विजेती बनीं: महामाया मंदिर वार्ड क्रमांक 65 से जयश्री नायक कांग्रेस की उम्मीदवार थीं वहीं भाजपा ने मंजू यादव को उम्मीदवार बनाया था. इस सीट पर कांग्रेस की जयश्री नायक ने 584 मतों से जीत हासिल की. वहीं 2019 में इस सीट पर भाजपा का कब्जा रहा ओर सरिता वर्मा बीजेपी से पार्षद चुनी गई थीं.