राजकोट अग्निकांड : 3 हजार लीटर पेट्रोल-डीजल से भड़की आग, 27 ने गंवाई जान

राष्ट्रीय

गुजरात के राजकोट में टीआरपी गेम जोन में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई है. इसमें 9 बच्चे भी शामिल हैं. आग कैसे लगी इसकी कोई जानकारी नहीं है. वहीं, इस अग्निकांड पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, पीएम मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत सभी राजनीतिक हस्तियों ने दुख जाहिर किया है इसके साथ ही राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजा देगी. इस संबंध में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है.अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब साढ़े चार बजे गेमिंग एक्टिविटी के लिए बनाए गए फाइबर डोम में आग लग गई थी. राजकोट गेम जोन के संचालक, मालिक समेत 3 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिगुजरात केया है वरिष्ठ IPS अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अगुवाई में 5 अधिकारियों की SIT जांच करेगी. सामने आया है कि इस गेमिंग जोन का मालिक युवराज सिंह सोलंकी है और नितिन जैन मैनेजर है. इन दोनों के अलावा पुलिस ने एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है गेम जोन अग्निकांड मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने SIT जांच के आदेश दिए हैं. इसके लिए 5 अफसरों की SIT टीम गठित की गई है. वरिष्ठ IPS अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अगुवाई में 5 अधिकारियों की टीम मामले की SIT जांच करेगी. मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने X पर पोस्ट में कहा कि, राजकोट में गेम जोन में आग लगने की घटना में शहर प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य करने का निर्देश दिया गया है.

अधिकारियों के मुताबिक भीषण आग के कारण ढांचा ढह गया और उसमें लोग दब गए. इसके कारण यह अग्निकांड और भयावह हो गया. ढांचे में दबे लोग निकल नहीं सके और उसमें से कई लोगों की जान चली गई. मरने वालों में 9 बच्चे भी शामिल हैं. जब आग लगी तब बच्चों सहित कई लोग खेल खेल रहे थे. राजकोट गेम जोन दुर्घटना मामले में कलेक्टर ने कहा कि आग इलेक्ट्रिक कारणों से लगी थी. हालांकि मुख्य वजह अभी तक सामने नहीं आ सकी है. इस गेमिंग जोन को फायर विभाग की ओर से NOC नहीं मिला था. इसके बारे में ज्यादा जानकारी फिर विभाग की ओर से ही मिल पाएगी.
शनिवार शाम को जब यह हादसा हुआ तब गेम जोन में खेल रहे हैं बच्चों में से जो बाहर निकल गए उन्होंने कहा कि अचानक वहां के स्टाफ ने हमें आकर कहा कि आग लगी है, आप बाहर निकलें, जिसके बाद वहां से सभी लोग दौड़ कर बाहर आए पर कुछ लोग बाहर नहीं निकल पाए. पहली मंजिल से बाहर निकलने का एक ही रास्ता था. टीआरपी गेम जोन में 1500 से 2000 लीटर डीजल जनरेटर के लिए, गो कार रेसिंग के लिए 1000 से 1500 लीटर पेट्रोल जमा था. जिसकी वज़ह से आग इतनी फैली और पूरा स्ट्रक्चर जल कर खाक हो गया. गेम जोन से बाहर निकलने और प्रवेश के लिए 6 से 7 फीट का एक ही रास्ता था. आज एंट्री के लिए 99 रुपये की स्कीम थी जिसकी वज़ह से बड़ी संख्या में लोग हादसे के वक्त गेम जोन में मौजूद थे