छत्तीसगढ़ : राजनांदगांव में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के बाद कांग्रेस में आंतरिक कलह सामने आई है। कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष भागवत साहू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसकी पीछे की वजह आंतरिक षड्यंत्र और उपेक्षा बताया है। शहर के 51 वार्डों में से 39 में भाजपा के ही पार्षद जीत के आए हैं। वहीं कांग्रेस से 8 व तीन में निर्दलीय और एक वार्ड 49 मोहड़ में भारतीय कयुनिस्ट पार्टी (सीपीआई) से प्रत्याशी संजय रजक पार्षद जीतकर आए हैं। इस तरह पूरे राजनांदगांव नगर निगम में भाजपा की एकतरफा जीत हुई है। वहीं कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है। जबकि पिछली बार कांग्रेस पार्षदों के बहुमत के आधार पर कांग्रेस प्रत्याशी हेमा देशमुख महापौर के रूप में चुनी गई थीं। राजनांदगांव जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष और जिला साहू समाज के अध्यक्ष भागवत साहू ने कांग्रेस पार्टी के आंतरिक षड्यंत्र और उपेक्षा का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 3 फरवरी को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर इस संबंध में अवगत कराया था।