ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता इम्तियाज जलील ने एक विशाल रैली निकाली। यह रैली हिंदू संत रामगिरि महाराज और बीजेपी विधायक नितेश राणे खिलाफ थी। दोनों पर मुसलमानों को निशाना बनाने वाली टिप्पणियां करने का आरोप है। नितेश राणे और संत रामगिरि महाराज के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर इम्तियाज जलील ने विशाल मार्च निकाला। यह मार्च महाराष्ट्र के छ्तरपति संभाजी नगर से मुंबई तक के लिए निकली। 11 सितंबर को पूर्व सांसद जलील ने कहा था कि वह 23 सितंबर को मुंबई जाएंगे और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति के नेताओं और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को संविधान की प्रतियां भेंट करेंगे। दावा किया जा रहा है कि इस मार्च में एक लाख लोग शामिल हुए। बीजेपी नेता नितेश राणे ने 1 सितंबर को अहमदनगर जिले के श्रीरामपुर और तोपखाना इलाकों में रामगिरि महाराज के समर्थन में दो जनसभाओं को संबोधित किया था। रामगिरि महाराज पिछले महीने इस्लाम और पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए चर्चा में थे। महाराष्ट्र में राणे के खिलाफ मुसलमानों को निशाना बनाने वाले उनके भाषणों को लेकर कई मामले दर्ज किए गए हैं।
ये पाकिस्तान या बांग्लादेश नहीं है
ये इराक, ईरान या अफगानिस्तान भी नहीं हैये है मुंबई
जहाँ सर तन से जुदा के नारे लगाता हुआ मुसलमान अपनी ताकत दिखाने सड़कों पे निकला है। pic.twitter.com/UZH4Vby0id— हिन्दू हित चिंतक (@NetramKushwah) September 24, 2024
इम्तियाज जलील ने सोमवार को मुंबई नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे के रास्ते मुंबई तक ‘तिरंगा संविधान’ रैली की शुरुआत की। जलील ने रवाना होने से पहले कहा कि अपने देश और महाराष्ट्र की संस्कृति से प्यार करने वाले लोग मुंबई जाने के इस आंदोलन में उनकी मदद करने के लिए आगे आए हैं। उन्होंने कहा, ‘राज्य ने ज्योतिबा फुले, शाहू महाराज, आंबेडकर और शिवाजी महाराज की संस्कृति को भुला दिया है, इसलिए हम सरकार को यह याद दिलाने के लिए मुंबई जा रहे हैं।’
जलील ने कहा कि उन्होंने पहले गंगापुर और वैजापुर (छत्रपति संभाजीनगर में) के रास्ते मुंबई जाने का फैसला किया था। लेकिन सरकार राज्य में पुलिस का इस्तेमाल करके गंदी राजनीति पर उतर आई है। गंगापुर में एक हिंदुत्व समर्थक संगठन को मार्च के लिए बुलाया गया है। वहां बुलाए गए लोग सिर्फ मंच पर खड़े होते हैं और एक खास समुदाय को निशाना बनाते हैं। इसलिए किसी भी संघर्ष से बचने के लिए हम अपनी ‘तिरंगा संविधान’ रैली को समृद्धि एक्सप्रेसवे के रास्ते ले जा रहे हैं।
नांदेड़ से बड़ी संख्या में लोग जलील की रैली में शामिल हुए। एआईएमआईएम नेता ने एक वीडियो संदेश के जरिए राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से समृद्धि एक्सप्रेसवे के विभिन्न हिस्सों पर उनकी रैली में शामिल होने की अपील की। मार्च निकला और देर शाम मुलुंड टोल प्लाजा पहुंचा। वे मुंबई में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे। हालांकि तमाम कोशिशों के बाद उन्हें एंट्री नहीं मिली।