IMD Rainfall, Kerala Orange Alert: देश के लगभग हर राज्य में मॉनसून की बारिश देखने को मिल रही है. उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक बरसात की गतिविधियां देखी जा रही हैं. कहीं बारिश गर्मी से राहत लेकर आई है तो कहीं आफत बनकर बरस रही है. केरल में भी लगातार बारिश का दौर जारी है. भारी बारिश के चलते केरल में जगह-जगह पानी भर गया है. सड़कें दरिया बन गई हैं. वहीं, सड़कों पर पानी भर जाने से ट्रैफिक की रफ्तार भी धीमी हो गई है.
कन्नूर में भारी बारिश के कारण कक्कड़ नदी उफान पर है. वहीं, मौसम विभाग की मानें तो कन्नूर में अभी बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है. मौसम विभाग के मुताबिक, आज (गुरुवार) कन्नूर में न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है. कन्नूर में अगले छह दिनों तक तेज बारिश का पूर्वानुमान है. वहीं, कल कन्नूर में अधिकतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. अगले छह दिनों तक कन्नूर में अधिकतम तापमान 30 डिग्री के आस-पास रहेगा.
कक्कड़ नदी के उफान पर होने से रिहायशी इलाकों में बारिश का पानी घुस गया. आम लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने जमजमाव वाले मार्ग पर अस्थायी बैरिकेड्स लगा दिए हैं, ताकि लोगों को उन स्थानों पर जाने से रोका जा सके.
केरल में स्कूल, कॉलेज बंद
केरल के कन्नूर जिले में आज, 6 जुलाई को कॉलेज और स्कूल बंद हैं. छुट्टी के संबंध में आधिकारिक आदेश सभी उच्च शिक्षा संस्थानों, मदरसों, आंगनबाड़ियों, केंद्रीय विद्यालयों के साथ-साथ राज्य, सीबीएसई और आईसीएसई स्कूलों पर भी लागू है. कन्नूर के अलावा, अलाप्पुझा, कोझिकोड, कोट्टायम, कासरगोड, पलक्कड़, इडुक्की, त्रिशूर, एर्नाकुलम, पथानामथिट्टा और कोल्लम में सभी शैक्षणिक संस्थान आज बंद हैं.
इन इलाकों में ऑरेंज अलर्ट
बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) के कारण केरल में लगातार तीसरे दिन से भारी बारिश हो रही है. बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में जलभराव, तटीय कटाव की स्थिति पैदा हो गई है. इसी के साथ कई नदियां उफान पर हैं. वहीं, आईएमडी ने गुरुवार को कन्नूर, कोझिकोड, इडुक्की, मलप्पुरम, वायनाड और कासरगोड में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग की मानें तो इन जिलों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी तक बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
बता दें, बारिश की गंभीरता को देखते हुए जिला-स्तरीय और तालुक-स्तरीय आपातकालीन परिचालन केंद्रों को 24 घंटे काम करने का निर्देश दिया गया है. वहीं, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (National Disaster Response Force) की सात टीमों को आपातकालीन स्थिति के लिए इडुक्की, पथानामथिट्टा, मलप्पुरम, वायनाड, कोझीकोड, अलाप्पुझा और त्रिशूर जिलों में तैनात किया गया है.