ब्रिटेन के क्लब क्रिकेटर रिजवान जावेद आईसीसी एंटी करप्शन यूनिट की गाज गिरी है। रिजवान पर आरोप है कि उन्होंने 2021 में अबुधाबी टी10 लीग के दौरान मैच फिक्स करने का प्रयास किया था। आरोप सिद्ध हो जाने के बाद रिजवान पर अब साढ़े 17 साल के लिए सभी तरह के क्रिकेट से बैन कर दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के ‘इंटीग्रिटी’ महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल ने एक बयान में कहा, ‘रिजवान जावेद पर पेशेवर क्रिकेटरों को भ्रष्टाचार में शामिल करने के लगातार और गंभीर प्रयासों के लिए लंबा बैन लगाया गया।’ इसमें कहा गया, ‘इस बैन से किसी भी स्तर पर क्रिकेट को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे उन अन्य भ्रष्टचार करने वालों को एक कड़ा संदेश जाना चाहिए कि क्रिकेट को भ्रष्ट करने के किसी भी प्रयास से कड़ाई से निपटा जाएगा।’ एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा स्वीकृत अबुधाबी टी10 लीग 2017 में शुरू की गई थी। रिजवान उन आठ खिलाड़ियों और अधिकारियों में से एक हैं जिन्हें आईसीसी ने पिछले साल सितंबर में ईसीबी की तरफ से आरोपित किया था।
रिजवान 2021 अबुधाबी टी10 क्रिकेट लीग में अपनी संलिप्तता संबंधित आरोपों का जवाब देने में असफल रहे थे रिजवान पर भ्रष्टाचार रोधी संहिता के विभिन्न अनुच्छेदों के अंतर्गत प्रतिबंध लगाया गया है जिसमें अनुच्छेद 2.1.1 , अनुच्छेद 2.1.3, अनुच्छेद 2.4.4 और अनुच्छेद 2.4.6 शामिल हैं। रिजवान के इन आरोपों का जवाब देने में विफल होने के बाद उन्हें दोषी पाया गया और उनका सुनवाई का अधिकार भी छीन लिया गया।