लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तर प्रदेश में योगी कैबिनेट का विस्तार होने जा रहा है. उत्तर प्रदेश में अगले दो से तीन दिनों में एक मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है जिसमें सहयोगी दलों के विधायकों को भी जगह दी जा सकती है. एनडीए के सहयोगी दल सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने अपने लखनऊ के बाहर के कार्यक्रम को फिलहाल रद्द कर दिया है इस बीच कैबिनेट विस्तार की अटकलों के बीच सीएम योगी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करने पहुंचे हैं. योगी का अचानक राज भवन पहुंचना मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा से जुड़ा माना जा रहा है इस कैबिनेट विस्तार में ओमप्रकाश राजभर, बीजेपी नेता दारा सिंह चौहान सहित RLD से एक चेहरे को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. इसके अलावा, इस विस्तार में भाजपा के एक से दो चेहरे भी मंडिमंडल में शामिल हो सकते हैं. ये छोटा मंत्रिमंडल विस्तार है जिसमें बीजेपी से दारा सिंह चौहान के अलावा एक दो और चेहरे शामिल हो सकते हैं.
राजभर काफी समय पहले एनडीए में शामिल हो गए थे. वह बीजेपी आलाकमान से भी मिल चुके हैं लेकिन अभी तक उन्हें यूपी सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया. मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर वह कई बार खुलकर नाराजगी भी जता चुके हैं. गुरुवार को ही उन्होंने कहा था कि जब तक मैं राजपाठ नहीं ले लेता जब तक मैं होली नहीं मनाऊंगा.हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान पर सफाई भी दी.
हकेंद्रीय नेतृत्व जब ओमप्रकाश राजभर को दोबारा बीजेपी के खेमे में ला रहा था, तो पहली शर्त यही थी कि राजभर को तुरंत मंत्री बनाया जाएगा. मगर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके लिए राजी नहीं थे. बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने ओमप्रकाश राजभर को मुख्यमंत्री योगी से अपने संबंध ठीक करने की सलाह दी थी.
यही वजह है की 2022 चुनाव के बाद से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपने संबंधों को ठीक करने की जुगत में ओमप्रकाश राजभर जुट गए. माना जा रहा है कि सीएम योगी अब इस बात के लिए तैयार हैं कि ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है