मध्यप्रदेश : भोपाल में स्थित बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी एक बार फिर विवादों में है, क्योंकि यूनिवर्सिटी में बने मंदिर में पूजा करने व दर्शन करने को लेकर परमिशन लेने की बात कही गई है, जिसके चलते विवाद शुरू हो गया है. यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा कहा गया है कि मंदिर जाने के लिए हिंदू छात्रों को लिखित में वार्डन से परमिशन लेनी होगी. इस फरमान के खिलाफ अब बवाल शुरू हो गया है. छात्राओं को मंदिर जाने से रोकने और हॉस्टल प्रबंधन द्वारा अभद्रता करने का आरोप लगाया गया है.
#BreakingNews | भोपाल के बरकतुल्ला यूनिवर्सिटी में विवाद, तुगलकी फरमान पर विवाद जारी. ‘रामधुन’ के आयोजन का ऐलान #Bhopal #MadhyaPradesh @pratyushkkhare @theanupamajha pic.twitter.com/MvXdQmoykf
— Zee News (@ZeeNews) November 11, 2024
हाल ही में यूनिवर्सिटी में हुए सुंदरकांड के अयोजन के चलते छात्राएं देर से हॉस्टल पहुंची थी. इसके बाद स्टूडेंट्स को फटकारते हुए हॉस्टल वार्डन ने उन्हें आगे से तय समय यानी की शाम 7:00 से 7:30 बजे से ज्यादा देरी होने पर परमिशन लेने की सख्त हिदायत दी थी. वार्डन के इसी फरमान पर विवाद गहरा गया है. इसके विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विरोध प्रदर्शन करेगा. विद्यार्थी परिषद रामधुन का आयोजन करेगा. छात्रों ने कहा है कि शुक्रवार को बीयू में बाहरी लोग आते हैं और जुमे की नमाज अदा करते हैं, उसपर किसी को ऐतराज नहीं होता है. मंदिर पर पाबंदी लगाना ये हिंदुओं की भावनाओं से खिलवाड़ है इससे पहले दुर्गा पूजा उत्सव मनाने को लेकर कहा गया था कि फीस जमा होने के बाद ही उत्सव मनाया जाएगा. इसके अलावा बीते दिन कुलपति पर भगत सिंह की जयंती मनाने के लिए आदेश न देने का इल्जाम लगा था