उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में 4 की मौत हो गई। आज सोमवार को पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सदर विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर हिंसा भड़काने की एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने हिंसा से जुड़े मामले में 7 एफआईआर दर्ज की है। इसमें 6 नामजद समेत 2750 अज्ञात हैं। अब तक 25 लोगों को गिरफ्तारी हुई है। हिंसा में जिन 4 युवकों की जान गई, पोस्टमॉर्टम के बाद देर रात ही सुपुर्दे खाक कर दिया गया। सोमवार को पूरे शहर में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है। मार्केट पूरी तरह बंद है। एसपी ने बताया कि संभल तहसील में इंटरनेट बैन को एक दिन के लिए बढ़ाया जा रहा है। कल यानी मंगलवार को भी इंटरनेट बंद रहेगा। सभी स्कूल आज बंद रहेंगे। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। मृतकों के परिजनों का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है। कमिश्नर ने कहा, ‘पुलिस फायरिंग में कोई मौत नहीं है। हमलावरों की फायरिंग में युवकों की जान गई है।
संभल में हुए बवाल के बाद पुलिस ने 21 लोगों को हिरासत में लिया है, और 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। अब हिंसा भड़काने के मामले में एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए, संभल लोकसभा के सांसद जिआउर्रहमान बर्क, सदर विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल के खिलाफ कोतवाली संभल… pic.twitter.com/fkSyiIXnJQ
— Vinay Saxena (@vinaysaxenaj) November 25, 2024
सर्वे के दौरान भड़की हिंसा, अचानक तीन हजार की भीड़ जमा रविवार सुबह 6:30 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम को देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो से तीन हजार लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। छतों से भी पथराव शुरू हो गया, पुलिस को भागना पड़ा। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे, फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा।