छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा जिले के समाज कल्याण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर संतोष टोप्पो को भारतीय कला रत्न अवार्ड से नवाजा गया है। पुणे में आयोजित समारोह में संतोष को उरांव (कुंड़ुख़ ) सम्मान पद्मश्री पद्मजा रेड्डी के हाथों दिया गया है। डिप्टी डायरेक्टर टोप्पो को यह सम्मान आदिवासी संस्कृति संरक्षण और उत्थान के लिए पारंपरिक, संस्कार, ऋतु, भजन गीत लेखक, लोक गायक, संगीतकार एवं निर्देशक की भूमिका निभाने के लिए बेस्ट म्यूजिशियन ऑफ द ईयर की श्रेणी में दिया गया है।
दरअसल, रायगढ़ जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र लैलूंगा विकासखंड के निवासी टोप्पो को आदिवासी संस्कृति की समझ बचपन से ही है। विद्यार्थी जीवन से ही गायक दल का नेतृत्व करते आए हैं। साल 2018 को इनके नेतृत्व में करमा त्यौहार के अवसर पर हरिश्चंद्रपुर, जिला माल्दा (पश्चिम बंगाल) में ऑर्केस्ट्रा प्रोग्राम दिया गया। वर्तमान में टोप्पो इंदिरा कला और संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ से स्वाध्यायी छात्र के रूप में द्विवर्षीय लोक संगीत डिप्लोमा की अंतिम वर्ष की शिक्षा ले रहे हैं।
इन्हें राष्ट्रीय स्तर के सम्मान मिलने से परिवार, उरांव (कुंड़ुख़) समाज और चाहने वालों में खुशी का माहौल है और इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी है। बताया जा रहा है कि, अवार्ड समारोह में देश के विभिन्न राज्यों के 72 प्रतिभाशाली व्यक्तियों को विशिष्ट उपलब्धियों के लिए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया। जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य से कुल 5 व्यक्तियों/संस्था का चयन हुआ था।