ओडिशा के पूर्व मंत्री का बेटा सरायपाली पुलिस की हिरासत में, बीजेपी नेता के होटल में तोड़फोड़ का आरोप

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छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में ओडिशा के पूर्व मंत्री नबा दास के बेटे विशाल दास सहित 27 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया। गुरुवार रात अलग-अलग थानों में इन्हें पूछताछ के लिए बैठाया गया। इसके बाद शुक्रवार को BJP नेता के होटल में तोड़फोड़ करने के आरोप है पूर्व मंत्री के बेटे ने दावा किया कि पुलिस ने जानबूझकर उनपर कार्रवाई की है। जानकारी के मुताबिक पूर्व मंत्री के बेटे समर्थक सरपंच और पंचायत समिति के सदस्यों के साथ महासमुंद टूर पर थे। ओडिशा के पूर्व मंत्री नबा दास के बेटे विशाल दास सहित करीब 17-18 लोगों को सरायपाली पुलिस ने थाने में पूछताछ के लिए रखा है। विशाल दास ने कहा है कि यह डेमोक्रेसी की हत्या है। लोग हमें वोट देते हैं। आप हमारी मदद करें, और ओडिशा वासियों की भी मदद करें। एक जानकारी अनुसार गुरुवार रात 2 बजे ओडिशा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री नबा दास के बेटे विशाल दास सहित उनके 30-35 समर्थक और सरपंचों को सरायपाली, सांकरा और भंवरपुर थाने में बैठाया गया है। जिनमें महिलाएं भी शामिल है। उन्हें क्यों और किस लिए बैठाया गया है, पूछने पर पुलिस के आला अफसर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक किरमीरा ब्लॉक अध्यक्ष विष्णु प्रिया साहू बीजू जनता दल छोडक़र बीजेपी में शामिल हुई थी। इसके बाद चैयरमेन विष्णु प्रिया साहू के खिलाफ बीजू जनता दल ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। अविश्वास प्रस्ताव के लिए शुक्रवार सुबह से मतदान होना प्रस्तावित था, लेकिन महासमुंद पुलिस ने पूर्व मंत्री के बेटे सहित उनके समर्थक मतदाताओं को बीती रात से थाने में बैठाए रखा है। इस पूरे मामले में पुलिस अफसरों से संपर्क किया तो किसी ने भी कॉल रिसीव नहीं किया।

सरायपाली पुलिस ने भी हिरासत के पीछे के कारणों या विशाल और अन्य के खिलाफ आरोपों को लेकर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है।

ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को इस संबंध में पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है- आज सुबह 10.30 बजे जिन्हें ब्लॉक परिसर में अविश्वास प्रस्ताव में भाग लेना था, वे इसमें शामिल नहीं हो सके. क्योंकि उन्हें ओडिशा के एक पूर्व कैबिनेट मंत्री के बेटे विशाल दास के साथ कल आधी रात से हिरासत में रखा गया है। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इस पर गौर करें और उन्हें तुरंत रिहा करवाएं और ओडिशा सीमा पर जाने के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें। हिरासत में लिए गए लोगों में से कई महिला पीआरआई सदस्य हैं।

किरमीरा ब्लॉक में 8 पंचायत है। इन पंचायतों में सरपंच चुनने के अलावा आम मतदाता एक समिति का भी चुनाव करते हैं। 8 पंचायतों के समिति मिलकर चैयरमैन का चुनाव करते हैं। चैयरमैन का अधिकार इन 8 पंचायतों पर होता है और जब अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है, तो उस चैयरमैन को पद से हटाने या वापस बुलाने के लिए 8 सरपंच, आठों समिति, स्थानीय विधायक और सांसद इसमें मतदान करते हैं।