दुनिया की प्रमुख यूनिवर्सिटीज़ के साइंटिस्ट की एक टीम को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में बड़ी सफलता हाथ लगी है. इस टीम ने कोरोना को मात देने के लिए नया ऑल-इन-वन डोज डेवलप किया है. उम्मीद की जा रही है कि यह डोज इंसानों को कोरोनावायरस के हर वैरिएंट से बचा सकता है. इनमें वे वैरिएंट भी शामिल हैं, जो अभी तक सामने नहीं आए हैं. कोरोना को लेकर सामने आया है कि यह वायरस अपने स्वरूप में लोगों की मुश्किलें बढ़ाता है. इस वायरस से बचाव सिर्फ वैक्सीन से ही संभव हो सकता है अमेरिका और यूरोप के वैज्ञानिकों ने मिलकर नई ऑल इन वन वैक्सीन खोजी है. ये वैक्सीन ओमिक्रॉन, डेल्टा, अल्फा, गामा, एक्स समेत कोरोना के सभी वैरिएंट से बचा सकती है. सोमवार को ‘नेचर नैनोटेक्नोलॉजी’ में साइंटिस्ट का यह रिसर्च पब्लिश हुआ है, जिसमें कहा है कि यह नई खोज वैक्सीन डेवलपमेंट के दृष्टिकोण प्रोएक्टिव वैक्सीनोलॉजी पर आधारित है, जिसने चूहों में आशाजनक परिणाम दिखाए हैं.
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी और अमेरिका में कैलटेक के शोधकर्ताओं ने मिलकर यह स्टडी की है, जिसमें कोरोनावायरस के आठ अलग-अलग वैरिएंट पर इसके प्रभाव की जांच भी की गई. इसमें SARS-CoV-2 भी शामिल है जो COVID-19 के प्रकोप का कारण बना था और कई वैरिएंट जो वर्तमान में हवा में घूम रहे हैं और मनुष्यों में फैलने और महामारी पैदा करने की क्षमता रखते हैं
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के फार्माकोलॉजी विभाग में ग्रेजुएट रिसर्चर ने कहा, हमारा ध्यान एक ऐसी डोज बनाने पर है, जो हमें अगले कोरोनोवायरस से बचाएगा. इसे जल्द तैयार करने की कोशिश है. उदाहरण के लिए नए डोज में SARS-CoV-1 कोरोनावायरस शामिल नहीं है. लेकिन फिर भी उस वायरस के प्रति इंसानों में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है. उन्होंने कहा कि हमें नए कोरोना वायरस की महामारी आने तक इंतजार नहीं करना चाहिए.