SEBI ने एक्‍टर अरशद वारसी समेत 59 लोगों पर लगाया बैन, शेयर बाजार में धोखाधड़ी का मामला

शेयर बाजार नियामक SEBI ने बॉलीवुड में ‘सर्किट’ नाम से मशहूर अभिनेता अरशद वारसी, उनकी पत्‍नी और उनके भाई को 1 साल के लिए सिक्‍योरिटी मार्केट से प्र‍तिबंधित कर दिया है. अरशत वारसी के अलावा, 58 अन्‍य लोगों को भी SEBI ने मार्केट से बैन किया है. सेबी का कहना है कि ये लोगों मार्केट में धोखाधड़ी जैसे कामों में पाए गए. सेबी ने 1 साल बैन करने के अलावा, कुछ लोगों पर 5-5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है और कुल मिलाकर 1.05 करोड़ की अवैध कमाई जब्‍त करने का भी आदेश दिया है. यह कार्रवाई साधना ब्रॉडकास्ट लिमिटेड (Sadhna Broadcast Ltd-SBL) के शेयरों के साथ छेड़छाड़ करने पर हुई है. सेबी के मुताबिक, ये लोग कंपनी के शेयर भाव को मनमानी तरीके से बढ़ाकर उन्हें ऊंचे दाम पर बेचने यानी पंप और बिक्री (डंप) करते थे.

गौरव गुप्ता सबसे बड़े लाभार्थी के रूप में उभरे, जिन्होंने कथित तौर पर पंप एंड डंप के जरिए 18.33 करोड़ रुपये कमाए. इस बीच, साधना बायो ऑयल्स प्राइवेट लिमिटेड ने भी 9.41 करोड़ रुपये का लाभ कमाया. SEBI ने अपने विनियामक प्रतिक्रिया के हिस्से के रूप में इन अवैध लाभों को वापस करने का आदेश दिया है सेबी ने कई तरह के जुर्माने लगाए हैं, जिसमें मनीष मिश्रा पर 5 करोड़ रुपये का जुर्माना शामिल है. इसके अलावा, गौरव गुप्ता समेत कई अन्य लोगों पर 2-2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है. जतिन मनुभाई शाह पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है. ये जुर्माना कमाए गए मुनाफे को वापस करने के अलावा लगाया गया है.

इस योजना में ‘पंप एंड डंप’ योजना शामिल थी, जिसमें प्रमोटर्स द्वारा अपनी हिस्सेदारी बेचने से पहले SBL के शेयर की कीमत को कृत्रिम रूप से बढ़ाने के लिए भ्रामक YouTube वीडियो का उपयोग किया गया था. इस धोखाधड़ी गतिविधि की पूरी डिटेल सेबी की जांच में दिया गया था, जो 8 मार्च 2022 से 30 नवंबर 2022 तक चली थी. सेबी ने एक पेड मार्केटिंग का भी पर्दाफाश किया है, जो YouTube पर गलत चीजों का प्रचार करने के लिए बनाया गया था. ताकि अनजान निवेशकों को आकर्षित किया जा सके. एक महत्वपूर्ण खुलासे में, सेबी ने पांच यूट्यूब चैनलों की पहचान की है – द एडवाइजर, मिडकैप कॉल्स, प्रॉफिट यात्रा, मनीवाइज और इंडिया बुलिश – जो गलत सूचना फैलाने में भागीदार हैं. इन चैनलों ने एसबीएल के धोखाधड़ी वाले प्रचार में भूमिका निभाई, जिससे इसमें शामिल लोगों की संलिप्तता और भी बढ़ गई.

मनीष मिश्रा और अरशद वारसी के बीच व्हाट्सएप चैट से पता चला कि वारसी, उनकी पत्नी और उनके भाई को 25-25 लाख रुपये ट्रांसफर करने की मंशा थी. सेबी के अंतिम आदेश में सात व्यक्तियों पर पांच साल का प्रतिबंध और 54 अन्य पर एक साल का प्रतिबंध शामिल है, जो अपराधों की गंभीरता को दर्शाता है. एजेंसी की कार्रवाई बाजार की अखंडता को बनाए रखने के लिए उसकी प्रतिबद्धता को उजागर करती है.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *