दिन में फुटपाथ पर मोबाइल कवर बेचे, रात 3 बजे तक की पढ़ाई.. अब डॉक्टर बनेंगे रोहित

‘यूं ही नहीं मिलती राही को मंजिल, एक जुनून सा दिल में जगाना होता है..’ झारखंड के जमशेदपुर निवासी रोहित कुमार ने यह बात सच कर दिखाई है फुटपाथ पर मोबाइल कवर बेचने वाले एक साधारण युवक से देश की सबसे कठिन माने जाने वाली परीक्षा NEET UG 2025 को पास कर डॉक्टर बनने तक का उनका सफर हर किसी को भावुक कर देने वाला है. गरीबी, संसाधनों की कमी और संघर्ष ने रोहित का साथ कभी नहीं छोड़ा. फिर भी रोहित ने कभी हार नहीं मानी. दिन में दुकान, रात में पढ़ाई और दिल में सिर्फ एक सपना: “डॉक्टर बनना है, हालात चाहे जैसे भी हों.”
रोहित ने बताया कि दिनभर काम करने के बाद जब वह घर पहुंचे तो खाना खाकर पढ़ाई करने बैठ जाते थे और रात 3 बजे तक नीट की तैयारी की. फिर सुबह 7 बजे उठकर वापस मोबाइल कवर की दुकान लगाते थे. आज रोहित उन लाखों युवाओं के लिए एक मिसाल बन गए हैं, जो संसाधनों की कमी के कारण अपने सपनों को अधूरा छोड़ देते हैं. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने शनिवाप, 14 जून 2025 को अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG) 2025 का रिजल्ट जारी किया. जब रोहित कुमार और उसके परिवार ने नीट का रिजल्ट देखा तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. रोहित ने 720 में 549 नंबर लाकर ऑल इंडिया रैंक (AIR) 12,484 हासिल की है.
physicswallah के सीईओ अलख पांडे ने रोहित कुमार की कहानी अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की है. उन्होंने एक वीडियो में बताया कि टीम को रोहित कुमार की जानकारी मिली तो मुझे लगा रोहित की कामयाबी की कहानी सभी को पता चलनी चाहिए. अलख पांडे दिल्ली से झारखंड आकर रोहित से मोबाइल कवर के ठेले पर मिलने पहुंचे. अलख पांडे ने रोहित के घर जाकर साथ खाना खाया और परिवार से कहा कि आगे की पढ़ाई की टेंशन न लें, पूरा खर्च वे उठाएंगे.
नीट यूजी 2025 परीक्षा में कुल 22,09,318 उम्मीदवार बैठे थे, जिनमें से 12,36,531 क्वालीफाई हुए हैं. इनमें 7,22,462 लड़कियां, 5,14,063 लड़के और 06 थर्ड जेंडर उम्मीदवार शामिल हैं. राजस्थान के महेश कुमार ने नीट यूजी में पहली रैंक (AIR-1) हासिल कर पूरे देश में टॉप किया है. मध्य प्रदेश के उत्कर्ष अवधिया ने AIR-2 और महाराष्ट्र के कृषांग जोशी ने AIR 3 हासिल की है.