राजनांदगांव के शिव शंकर जोशी को मिलेगा ‘विजय श्री’ सम्मान, जयपुर में करगिल विजय दिवस पर भव्य आयोजन

करगिल युद्ध में भारतीय सेना की ऐतिहासिक विजय की 26वीं वर्षगांठ पर इस वर्ष 26 जुलाई को एक भव्य और ऐतिहासिक आयोजन जयपुर में होने जा रहा है। यह आयोजन सिर्फ विजय की याद नहीं, बल्कि राष्ट्र सेवा, सामाजिक समरसता और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में अनुकरणीय कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित करने का भी मंच होगा।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के चौखड़िया पारा निवासी आयुर्वेदाचार्य शिव शंकर जोशी को ‘विजय श्री अवॉर्ड 2025’ से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें समाज के पिछड़े व जरूरतमंद वर्गों के लिए वर्षों से नि:शुल्क आयुर्वेदिक चिकित्सा सेवा और जनकल्याण के लिए समर्पित जीवन के लिए प्रदान किया जा रहा है।
जयपुर में 25 देशों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में होगा आयोजन
इस गरिमामय आयोजन का आयोजन ‘अंतरराष्ट्रीय समरस्ता मंच’ द्वारा किया जा रहा है, जो विश्व बंधुत्व, शांति और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत एक वैश्विक संगठन है। इस समारोह में 25 देशों के प्रतिनिधि, विभिन्न क्षेत्रों के बुद्धिजीवी, अधिकारी, समाजसेवी और युवा शामिल होंगे।
मंच के प्रमुख सलाहकार डॉ. कुंदनलाल प्रसाद शर्मा (एडवोकेट, राजस्थान उच्च न्यायालय) ने जानकारी दी कि यह कार्यक्रम केवल एक सम्मान समारोह नहीं, बल्कि उन मूल्यों का उत्सव है जो समाज और मानवता को जोड़ते हैं।
75 विशिष्ट लोगों को मिलेगा ‘विजय श्री अवॉर्ड’
इस समारोह में शिक्षा, चिकित्सा, समाज सेवा, न्याय, प्रशासन और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में देशभर से चुने गए 75 विशिष्ट व्यक्तित्वों को ‘विजय श्री अवॉर्ड 2025’ प्रदान किया जाएगा। इनमें शिव शंकर जोशी का चयन विशेष रूप से उनकी आयुर्वेदिक सेवा, ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा जागरूकता, और स्वास्थ्य शिविरों के संचालन के लिए किया गया है। चयन समिति के सदस्य एडवोकेट एन. के. पांडे ने बताया कि श्री जोशी का कार्य न केवल चिकित्सा सेवा है, बल्कि वह जनसामान्य के जीवन की गुणवत्ता सुधारने का प्रयास भी है।
527 करगिल शहीदों को दी जाएगी श्रद्धांजलि
करगिल विजय दिवस पर आयोजित इस समारोह का सबसे भावनात्मक और प्रेरणादायक पक्ष रहेगा – 527 करगिल शहीदों को श्रद्धांजलि। कार्यक्रम की शुरुआत देशभक्ति गीतों, दीप प्रज्वलन और सामूहिक मौन के साथ होगी। शहीदों के परिजनों को भी आमंत्रित किया गया है, ताकि युवा पीढ़ी को यह संदेश दिया जा सके कि स्वतंत्रता और सुरक्षा के पीछे कितना बड़ा बलिदान छिपा होता है।
‘विजय श्री’ विषय पर देंगे श्री जोशी प्रस्तुति
आयोजन में शिव शंकर जोशी “विजय श्री” विषय पर एक विशेष प्रस्तुति भी देंगे, जिसमें वे अपनी आयुर्वेदिक यात्रा, समाज सेवा के अनुभव, और भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति की उपयोगिता पर विचार साझा करेंगे। उनके विचारों से युवा चिकित्सा कर्मियों और सेवाभावियों को प्रेरणा मिलेगी। शिव शंकर जोशी पिछले दो दशकों से अधिक समय से ग्रामीण क्षेत्रों में नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श, औषधि वितरण, आयुर्वेदिक स्वास्थ्य शिविरों और जनजागरूकता अभियानों से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कोरोना काल के दौरान भी सैकड़ों लोगों को निशुल्क उपचार व औषधि सेवा दी थी।
राजनांदगांव के लिए गौरव का क्षण
राजनांदगांव जिला, जो कला, संस्कृति और सेवा के क्षेत्र में अपनी पहचान रखता है, के लिए यह अत्यंत गौरव का क्षण है कि उसके एक कर्मयोगी सपूत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर सम्मानित किया जा रहा है। स्थानीय लोगों, चिकित्सकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस सम्मान को छत्तीसगढ़ और राजनांदगांव के लिए “प्रेरणास्रोत और गर्व का प्रतीक” बताया है।
विजय का यह उत्सव सिर्फ युद्ध की नहीं, सेवा और समर्पण की भी है कहानी
26 जुलाई का यह दिन जहाँ करगिल के शहीदों की वीरगाथा को याद करने का दिन है, वहीं ऐसे व्यक्तित्वों को भी सराहने का अवसर है जिन्होंने बिना किसी हथियार के समाज में शांति, स्वास्थ्य और समरसता के लिए संघर्ष किया है। शिव शंकर जोशी जैसे सेवाभावी कार्यकर्ता इस बात के प्रतीक हैं कि विजय सिर्फ रणभूमि पर नहीं, बल्कि सेवा-भूमि पर भी संभव है।