एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ने बताया कि शादी के बाद जहीर इकबाल या उनके परिवार वालों ने इस्लाम अपनाने के लिए दबाव नहीं डाला था। सोनाक्षी ने कहा- जहीर और मैं वास्तव में धर्म पर ध्यान नहीं देते। हम दो लोग हैं जो एक-दूसरे से प्यार करते हैं। बस एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे। उन्होंने मुझ पर अपना धर्म नहीं थोपा और मैंने उन पर अपना धर्म नहीं थोपा। इस बारे में तो कोई चर्चा ही नहीं हुई। यह बातें सोनाक्षी ने एक इंटरव्यू में कहीं। सोनाक्षी ने बताया कि वे और जहीरे एक-दूसरे के कल्चर की बहुत इज्जत करते हैं। सोनाक्षी ने कहा- हम एक-दूसरे के कल्चर को समझते हैं। जहरी अपने घर में कुछ परंपराओं का पालन करते हैं, मैं अपने घर में कुछ परंपराओं का पालन करती हूं। वह मेरे घर दिवाली पूजा में आते हैं, मैं उनके घर नियाज में जाती हूं। बस यही सब मायने रखता है। सोनाक्षी ने कहा- इस सिचुएशन में स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी करना सबसे अच्छा था। जहां एक हिंदू महिला को धर्म बदलने की जरूरत नहीं थी। यह बहुत आसान है। मुझसे कभी भी धर्म परिवर्तन करने के लिए नहीं पूछा गया। हम एक-दूसरे से बात प्यार करते थे। सोनाक्षी और जहीर ने 23 जून को हिंदू और मुस्लिम रीति-रिवाजों से शादी न करते हुए रजिस्टर्ड मैरिज की थी। इसके बाद उन्होंने 23 जून की रात को मुंबई के बैस्टियन रेस्टोरेंट में वेडिंग रिसेप्शन दिया था