ईब से झारसुगड़ा स्टेशन तक हुआ स्पीड ट्रायल

क्षेत्रीय

बिलासपुर रेलवे जोन के हावड़ा रूट पर ईब से झारसुगुड़ा स्टेशन के बीच चौथी लाइन निर्माण का काम पूरा हो गया है। शुक्रवार को सेफ्टी कमिश्नर के निरीक्षण के बाद इस नई लाइन में स्पीड ट्रायल किया गया। सेफ्टी कमिश्नर की निगरानी में हुए इस ट्रायल के बाद अब अनुमति मिलने का इंतजार है। चौथी लाइन शुरू होने के बाद ट्रेनों की लेटलतीफी की समस्या दूर होने की उम्मीद है।

रेलवे में इन दिनों नई रेल लाइन, दोहरीकरण और तीसरी व चौथीलाइन बनाने के साथ ही ट्रैक बदलने का काम चल रहा है। इसमें नई लाइन को स्टेशन से जोड़ने के लिए नान इंटरलाकिंग जैसे काम कराए जा रहे हैं। रेलवे का दावा है कि विकास कार्य पूरा होने के बाद ट्रेनों की गति बढ़ेगी। इसके साथ ही रेल यातायात का दबाव भी काम होगा और ट्रेनों की लेटलतीफी की समस्या दूर होगी।

रेलवे प्रशासन की ओर से सभी विकास कार्य तेजी से पूरा करने का प्रयास चल रहा है। नई लाइन बिछाने और सभी काम पूरा होने के बाद भी ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हो सका है। इसके लिए सेफ्टी कमिश्नर की अनुमति जरूरी है। यही वजह है कि शुक्रवार को ईब से झारसुगुड़ा के बीच बनी चौथी लाइन का काम पूरा होने के बाद सेफ्टी कमिश्नर एमएम चौधरी को जांच के लिए बुलाया गया। इस दौरान वे निरीक्षण दल के साथ ट्रॉली ट्रेन में बैठकर ईब स्टेशन में बनी चौथी लाइन और यार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों से चर्चा भी की।

इसके बाद चौथी नई लाइन का ईब से झारसुगुड़ा स्टेशन तक मोटर ट्राली से जांच की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने इंटरलाकिंग, क्रासिंग, पाइंट, कर्व, ओएचई लाइन, सिग्नलिंग उपकरण के साथ परिचालन एवं सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन किया। इस दौरान आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। आयुक्त की अनुमति मिलने के बाद इस चौथीलाइन पर ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जाएगा। निरीक्षण दल में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी(निर्माण), अपर मंडल रेल प्रबंधक सहित निर्माण विभाग, मंडल तथा मुख्यालय के संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ ही दक्षिण पूर्व रेलवे के अधिकारी शामिल रहे।

बिलासपुर से झारसुगुड़ा तक 206 किमी तक बिछाई जाएगी चौथी लाइन
बिलासपुर मंडल में बिलासपुर से झारसुगुड़ा स्टेशनों के बी 206 किलोमीटर तक विद्युतीकृत चौथीलाइन का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस कार्य को चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। इसमें ईब-झारसुगुड़ा स्टेशनों के बीच 8.08 किमी विद्युतीकृत नई चौथीलाइन का कार्य किया गया है। यह लाइन फिट है या नहीं, कोई कमी तो नहीं है। इन्हीं बिंदुओं का सेफ्टी कमिश्नर ने बारीकी से निरीक्षण किया।

निरीक्षण के बाद किया स्पीड ट्रायल
सेफ्टी कमिश्नर ने चौथी लाइन के सभी कार्यों का निरीक्षण किया। फिर उन्होंने झारसुगुड़ा स्टेशन से ईब स्टेशन तक स्पीड ट्रायल भी किया, जिसमें ट्रेन को 110 किमी प्रति घंटे की चलाकर देखा गया। स्पीड ट्रायल में ट्रेन की रफ्तार सहित सभी पहलुओं का परखा गया। निरीक्षण और स्पीड ट्रायल के बाद ट्रेनों का परिचालन शुरू करने के लिए सेफ्टी कमिश्नर की रिपोर्ट और अनुमति का इंतजार है।