CG NEWS : पटवारियों पर सख्ती, 142 को शोकॉज नोटिस, ऑनलाइन काम ठप करने पर होगी कार्रवाई

छत्तीसगढ़ : जांजगीर-चांपा जिले में राजस्व कार्यों में लापरवाही और ऑनलाइन कामकाज ठप करने वाले 142 पटवारियों के खिलाफ जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया हैसभी अनुविभागीय अधिकारियों (राजस्व) ने इन पटवारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है यह कार्रवाई 16 अगस्त 2025 से शुरू हुई हड़ताल के बाद राजस्व कार्यों के प्रभावित होने और आम जनता को हो रही असुविधा के मद्देनजर की गई हैप्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी जांजगीर-चांपा जिले में 16 अगस्त से पटवारियों ने ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार शुरू कर दिया, जिसके चलते राजस्व विभाग के महत्वपूर्ण कार्य जैसे नामांतरण, खसरा-नक्शा अपडेट, और डिजिटल क्रॉप सर्वे जैसे कार्य पूरी तरह ठप हो गए हैं इस हड़ताल के कारण आम जनता को आय-जाति प्रमाण पत्र, भूमि अभिलेख, और अन्य राजस्व सेवाओं के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैस्कूली छात्र-छात्राओं को भी प्रमाण पत्रमिलने से शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहे हैंप्रशासन के अनुसार, पटवारियों का यह रवैया छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3(2) का उल्लंघन है जो सरकारी कर्मचारियों से कर्तव्यनिष्ठा और अनुशासन की अपेक्षा करता हैइस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए जांजगीर तहसील के 40, चांपातहसील के 32, पामगढ़ तहसील के 28, और अकलतरा तहसील के 42 पटवारियों को नोटिस जारी किया गया है

पटवारी संघ ने हड़ताल का कारण संसाधनों की कमी और कार्यभार को बताया हैउनके अनुसार, भुइयां और भू-नक्शा जैसे सॉफ्टवेयर के जरिए ऑनलाइन अभिलेख अद्यतन करने के लिए आवश्यक संसाधन जैसे कंप्यूटर, मोबाइल इंटरनेट, और सुसज्जित कार्यालय उपलब्ध नहीं हैंइसके अलावा, सरकार ने पटवारियों को संसाधन भत्ता देने की घोषणा की थी, जो अब तक लागू नहीं हुई। छत्तीसगढ़ पटवारी संघ की 27 जुलाई को मनेन्द्रगढ़ में हुई प्रांतीय बैठक में इन मांगों को लेकर हड़ताल का फैसला लिया गया थाहालांकि, प्रशासन का कहना है कि संसाधनों की कमी का हवाला देकर शासकीय कार्यों को ठप करना उचित नहीं हैयह आम जनता के हितों के खिलाफ है और सरकारी नियमों का उल्लंघन है

पटवारियों की हड़ताल से जांजगीर-चांपा जिले में राजस्व सेवाएं पूरी तरह ठप हो गई हैं। भुइयां पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध होने वाली सेवाएं जैसे बी-1 खसरा, नक्शा, और नामांतरण की जानकारी अब जनता को आसानी से नहीं मिल पा रही हैं। किसानों को डिजिटल क्रॉप सर्वे और फार्मर रजिस्ट्री में दिक्कतें हो रही हैं, जिससे सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में बाधा आ रही है। विशेष रूप से, स्कूली बच्चों को आय और जाति प्रमाण पत्र न मिलने से उनकी पढ़ाई और स्कॉलरशिप प्रक्रिया प्रभावित हो रही है।

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