अयोध्या के एक स्कूल में 2 हिंदू छात्रों का धार्मिक मुद्दों पर बात करना महंगा पड़ गया। स्कूल प्रशासन ने धार्मिक शौहार्द बिगाड़ने के आरोप में दोनों छात्रों का नाम स्कूल से काट दिया। फैज ए आम मुस्लिम इंटर कॉलेज में पढ़ने वाले दोनों छात्रों ने इस बात की शिकायत जब स्कूल प्रबंधक से की तो उन्होंने दोनों छात्रो का ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) जारी कर दिया। जिस पर लिखा था कि धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में छात्रों का नाम विद्यालय से काटा जा रहा है।
विद्यालय के प्रबंधक मोहम्मद अख्तर सिद्दकी के मुताबिक मंगलवार को कक्षा 11 के दो छात्र अन्य दूसरे छात्रों से धार्मिक मुद्दों पर बात करने लगे जब उन्हें अध्यापकों ने उन्हें ऐसा करने से मना किया तो वे नहीं माने और बहस जारी रखा। तब कुछ अन्य छात्रों ने इसकी शिकायत प्रधानाध्याक से कर दी।
स्कूल से नाम कटने वाले छात्र सौरभ यादव के मुताबिक वह क्लास में रहीमदास का दोहा पढ़ रहा था, तभी दूसरे एक मुस्लिम लड़के ने उसे रहीमदास के दोहे पढ़ने के स्थान पर कुरान पढ़ने को कहा। इस पर सौरभ ने कहा कि वह कुरान के स्थान पर रामायण और हनुमान चालीसा पढ़ना पसंद करेगा।
इस पर छात्र ने सौरभ की शिकायत स्कूल प्रशासन से कर दिया। छात्र सौरभ ने स्कूल पर धार्मिक विवाद फैलाने का आरोप हुए कहा कि स्कूल ने बिना बात सुने ही उसका नाम काट दिया। वहीं दूसरे छात्र माधवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि वह साइंस का होमवर्क कर रहा था लेकिन उसका नाम क्यों और कैसे कटा, इस बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है।
हिंदू संगठनों कॉलेज के इस रवैये पर आपत्ति जताई है वही विश्व हिंदू परिषद ने प्रशासन से इस मामले की जांच करने की मांग की है।