सेना के कैंप पर आत्मघाती हमला, जेसीओ समेत चार जवान शहीद, दो आतंकी मारे गये

राष्ट्रीय

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी अपने नापाक इरादों से बाज नहीं आ रहे हैं. इस बीच गुरुवार को राजौरी से 25 किलोमीटर दूर दो आतंकियों ने सेना की एक कंपनी ऑपरेटिंग बेस पर आत्मघाती हमला किया. दोनों आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि इस हमले में शहीद होने वाले जवानों की संख्या चार हो गई है. इलाके में ऑपरेशन जारी है. यह जानकारी भारतीय सेना के एक अधिकारी ने दी है. हमले में दो अन्य जवान घायल भी हो गए थे, जिनका इलाज चल रहा था.

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने कहा, कुछ लोगों (आतंकवादियों) ने पारगल में सेना के एक शिविर की बाड़ पार करने की कोशिश की. जवानों ने उन्हें रोकने की कोशिश की और इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. सेना के एक अधिकारी ने कहा, राजौरी के पारगल में अंधेरे में दो आतंकवादी चौकी में घुसने की कोशिश कर रहे थे. सतर्क सैनिकों ने उनको रोकने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि आतंकवादी मारे गए हैं. दारहल थाने से करीब छह किलोमीटर दूर स्थित सेना के इस शिविर में अतिरिक्त बल भेजा गया है.

आतंकवादी फिदायीन हमले की फिराक में थे और वे आर्मी कैंप के अंदर जाने का कोशिश में लगे हुए थे, जिसे सेना के जवानों ने नाकाम कर दिया है और उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है. इलाके में जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है और लगातार सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

बीते दिन बडगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के तीन आतंकवादी मारे गए थे. पुलिस अधिकारियों ने बताया था कि सुरक्षा बलों ने जिले में खानसाहिब इलाके के वाटरहेल में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद वहां घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया. तलाशी अभियान उस समय मुठभेड़ में तब्दील हो गया, जब आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं.

कश्मीर के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कश्मीर मंडल) विजय कुमार ने ट्वीट किया था, लश्कर के छिपे हुए तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया गया. घटना स्थल से शव निकाले जा रहे हैं, जिनकी पहचान अभी बाकी है. आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए. हमारे लिए एक बड़ी सफलता है.

शहीद हुए जवानों में राजस्थान, तमिलनाडु और हरियाणा के जवान

शहीद हुए तीनों सेना के जवानों को भारतीय सेना ने सैल्यूट किया है. शहीद हुए जवानों में सुबेदार राजेन्द्र प्रसाद राजस्थान के झुनझुनू ज़िले के मालिगोवेन गांव के रहने वाले थे. वहीं राइफलमेन लक्षमण डी तमिलनाडु के मदुरै ज़िले के टी पुडुपट्टी और अन्य राइफलमेन मनोज कुमार हरियाणा के फरिदाबाद ज़िले के शाहजहांपुर के रहने वाले थे. उनका पार्थिव शरीर उनके संबंधित गांव जल्द ही भेजा जाएगा, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. वहीं इस बीच घायल हुए एक अन्य जवान ने दम तोड़ दिया है जिनका नाम निशांत मलिक है.