उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 12 बच्चों में Tomato Flu जैसे लक्षण देखने को मिले हैं. इनके शरीर पर इसमें हाथ पैर मुंह है सभी पर लाल चकत्ते पाए गए हैं. सभी को बुखार थकान और बदन जलने की शिकायत भी है. हालांकि, डॉक्टरों ने केवल दवा देकर उनको वापस भेज दिया है. अभी इनमें से किसी बच्चे की जांच नहीं हुई है. सीधे तौर पर यह नहीं कह सकते कि Tomato Flu है.
जानकारी के मुताबिक, हैंड फुट एवं माउथ डिजीज (HFMD) आमतौर पर Tomato Flu के नाम से जाना जाता है. सबसे पहले केरल में इसका मामला पाया गया था.
देश में इस इस समय Tomato Flu के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बच्चों में इस बीमारी के ज्यादा केस देखने को मिल रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने हाल ही में एक एडवाइजरी भी जारी की है. इस एडवाइजरी में वो तमाम गाइडलाइन बताई गई हैं जिसका पालन करना जरूरी है. सरकार ने एक विस्तृत रिपोर्ट जारी कर Tomato Flu के लक्षण और इसके इलाज को लेकर भी बताया है.
क्या है Tomato Flu?
Tomato Flu एक वायरल बीमारी है जिसमें शरीर पर टमाटर के आकार जैसे फफोले हो जाते हैं. इसके ज्यादातर लक्षण दूसरे वायरल इंफेक्शन जैसे ही रहते हैं. इसमें बुखार, रैशेज, जोड़ों में दर्द, थकावट, जोड़ों में सूजन, गले में खराश शामिल है. इस वायरल की शुरुआत हल्के बुखार से होती है, फिर बाद में गले में खराशे भी शुरू होती हैं. बुखार के दो से तीन दिन बाद शरीर पर लाल रंग के दाने दिखने लगते हैं जो बाद में फफोलों में बदल जाते हैं. ये ज्यादातर मुंह के अंदर, जीभ पर या मसूड़ों में देखने को मिलते हैं.
संक्रमित होने पर क्या किया जाए?
– पांच से सात दिनों के लिए खुद को आइसोलेट किया जाए, बीमारी ना फैले, इसका ध्यान रहे.
– अपने आसपास के इलाके को साफ और स्वच्छ रखें. वायरल से संक्रमित बच्चे दूसरे बच्चों के साथ ना खेलें, खिलौने शेयर ना करें.
– फफोलों को हाथ ना लगाएं, अगर ऐसा किया भी है तो तुरंत अपने हाथ धोएं
– संक्रमित बच्चों के कपड़े, बर्तन सब अलग कर दिए जाए
– पर्याप्त आराम मिलना जरूरी, तेज हीलिंग के लिए सोना असरदार
संक्रमित हैं, कैसे पता चलेगा?
– Respiratory Samples के जरिए आसानी से पता लगाया जा सकता है. बीमारी के 48 घंटे के अंदर ही श्वसन के नमूने दिए जा सकते हैं.
– Fecal (मल) Samples के जरिए भी इस वायरल का पता लगाया जा सकता है. लेकिन यहां भी सैंपल 48 घंटे के अंदर देना जरूरी है.
वैसे यहां ये जानना जरूरी हो जाता है कि अभी तक Tomato Flu की कोई अलग से दवाई नहीं है, जो दवाई वायरल होने पर दी जाती है, उसी का इस्तेमाल इसके खिलाफ भी किया जा रहा है. अभी तक जो भी मामले सामने आए हैं, उसमें ज्यादातर 10 साल से कम उम्र के बच्चे हैं. ऐसे में सरकार सबसे ज्यादा बच्चों के लिए चिंतित है और उन्हीं को इस वायरल से सुरक्षित रखने पर जोर दे रही है.