सीरिया में विद्रोही गुटों ने राजधानी दमिश्क पर कब्जा जमा लिया है। सीरिया में 27 नवंबर को विद्रोही गुटों और सेना के बीच लड़ाई शुरू हुई थी। विद्रोही लड़ाकों ने एक-एक कर 4 शहर जीतने के बाद 8 दिसंबर को राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा कर लिया। इसके साथ ही सीरिया में 5 दशक से जारी असद परिवार के साम्राज्य का अंत हो गया है। राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए हैं। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने असद और उनके परिवार को राजीतिक शरण दी है। अमेरिका ने सीरिया में असद सरकार के पतन का स्वागत किया है। वहीं, सीरिया में रविवार को ISIS के ठिकानों पर 75 से ज्यादा ठिकानों पर सटीक हमले किए हैं। असद सरकार के सहयोगी ईरान ने सीरिया में हुए तख्तापलट को लेकर हैरानी जताई है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने रविवार को कहा कि वे इस बात से हैरान हैं कि सीरियाई सेना, विद्रोहियों को रोक नहीं सकी, यह सब बहुत तेजी से हुआ। अरागची ने यह भी कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति असद ने ईरान से कोई मदद नहीं मांगी थी।
सीरिया में विद्रोहियों का कब्जा,राष्ट्रपति ने रूस में ली शरण।अफगानिस्तान,श्रीलंका,बांग्लादेश, अब सीरियाई राष्ट्रपति के महल में लूटपाट। विशेष धर्म विश्व के लिए बड़ा ख़तरा।इससे बचने के लिए एक होने की जरूरत।
“बटोगे तो कटोगे” “एक हैं तो सेफ हैं” पूरे विश्व पर लागू होता है।#Syria 🤔 pic.twitter.com/hwarfsC97U— S.C.Rana (@S_CRana_ji) December 9, 2024