प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से न्यू एयर इंडिया-एयरबस साझेदारी के शुभारंभ में शामिल हुए। इस दौरान टाटा संस के चेयरमैन ने कहा कि हमने एयरबस के साथ खास रिश्ता बनाया है। मुझे यह एलान करते हुए खुशी हो रही है कि हमने एयरबस से 250 एयरक्राफ्ट खरीदने को लेकर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
टाटा समूह के प्रमुख ने कही यह बात
टाटा समूह के प्रमुख एन चंद्रशेखरन ने कहा कि एयर इंडिया, एयरबस कंपनी से 250 विमान खरीदेगी। इसमें 40 वाइड बॉडी ए-350 विमान और 210 नैरो बॉडी विमान शामिल हैं। समझौते में ऑर्डर बढ़ाने के विकल्प को भी रखा गया है।
#WATCH | …India, under your leadership clearly can be the one to mobilize the whole world and help us to address the tremendous issues we have in front of us: French President Emmanuel Macron at the launch of the new Air India-Airbus Partnership via video conferencing pic.twitter.com/zHk6XHORRC
— ANI (@ANI) February 14, 2023
कार्यक्रम से जुड़ने के लिए मेरे मित्र इमैनुएल मैक्रॉन को धन्यवाद: पीएम
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं एयर इंडिया-एयरबस को इस लैंडमार्क समझौता के लिए बधाई देता हूं। इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए मेरे मित्र इमैनुएल मैक्रॉन को मैं विशेष रूप से धन्यवाद करता हूं। यह महत्वपूर्ण डील भारत और फ्रांस के गहरे संबंधों के साथ-साथ भारत के नागरिक उड्डयन की सफलताओं को भी दर्शाती है।
देश के सुदूर हिस्से भी एयर कनेक्टिविटी से जुड़ रहे हैं: पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि हम क्षेत्रीय संपर्क योजना उड़ान के माध्यम से देश के सुदूर हिस्से भी एयर कनेक्टिविटी से जुड़ रहे हैं, जिससे लोगों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है। भारत की मेक इन इंडिया – मेक फॉर द वर्ल्ड विजन के तहत एयरोस्पेस मैन्यूफैक्चरिंग में अनेक नए अवसर खुल रहे हैं।
फ्रांस के साथ रिश्तों पर कही यह बात
उन्होंने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर और बहुपक्षीय प्रणाली की स्थिरता और संतुलन सुनिश्चित करने में भारत-फ्रांस भागीदारी प्रत्यक्ष भूमिका निभा रही है। चाहे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता का विषय हो या वैश्विक खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रणाली, भारत और फ्रांस साथ मिलकर सकारात्मक योगदान दे रहे हैं।
रखरखाव और मरम्मत का हब बनेगा भारत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय विमानन क्षेत्र को अगले 15 साल में 2000 से अधिक विमानों की जरूरत होगी। भारत इस क्षेत्र में विमानन क्षेत्र के लिए रखरखाव और मरम्मत का केंद्र भी बन सकता है।