असम में आतंकी मुस्तफा के मदरसे पर चला बुलडोजर, सीएम बोले हम राज्य में 800 सरकारी मदरसों को पहले ही बंद कर चुके हैं

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पी और मध्य प्रदेश की तर्ज पर असम में आज फिर ‘बुलडोजर’ चला। इसके साथ ही माफिया, आतंकियों व अन्य अपराधियों के अवैध निर्माणों को ढहाने का सिलसिला इस सीमावर्ती राज्य में भी तेज हो गया। आज असम के मोरीगांव जिले में आतंकी मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा द्वारा संचालित जमीउल हुदा मदरसा ढहा दिया गया। इस बीच, सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि हम राज्य में 800 सरकारी मदरसों को पहले ही बंद कर चुके हैं। असम इस्लामी कट्टरपंथियों का अड्डा बनता जा रहा है।

मोरीगांव जिले की पुलिस अधीक्षक अपर्णा एन ने बताया कि मुस्तफा का यह मदरसा मोइराबारी इलाके में था। उसे हाल ही में बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम और एक्यूआईएस के साथ उसके संबंधों के लिए गिरफ्तार किया गया था।

सीएम ने यह भी दावा किया कि यह बिना किसी संदेह के साबित हो गया है कि असम इस्लामी कट्टरपंथियों का अड्डा बनता जा रहा है। जब पांच मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हैं तो पांच अन्य बांग्लादेशी नागरिकों के ठिकाने का पता नहीं चलता है। आप गंभीरता की कल्पना कर सकते हैं। इससे पहले 12 जुलाई को डिब्रूगढ़ जिला प्रशासन ने एक्टिविस्ट विनीत बगरिया की खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोपी बैदुल्लाह खान का घर बुलडोजर से गिरा दिया था। बगरिया सात जुलाई को अपने आवास पर मृत पाए गए थे। इस मामले में असम पुलिस ने बैदुल्लाह खान, निशांत शर्मा, संजय शर्मा और एजाज खान पर खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। एक्टिविस्ट विनीत बगरिया ने खुदकुशी से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। इसमें दावा किया गया था कि उसे तीन लोगों ने धमकी दी।