वो सीक्रेट रूम, जिसमें मिला करोड़ों का खजाना… चाबी ढूंढने में IT टीम के छूटे पसीने

राष्ट्रीय

यूपी के कानपुर में मयूर ग्रुप पर आयकर की छापेमारी में 12 करोड़ से ज्यादा के जेवरात और कैश की बरामदगी हो चुकी है. इस ग्रुप के मालिक ने एक ऐसा सीक्रेट रूम बना रखा था, जिसमें ये खजाना मिला है. उस खुफिया रूम की तस्वीरें सामने आई हैं, जहां कैश और गोल्ड रखा था. ये खुफिया रूम आलीशान कमरे में बना रखा था, इसमें अफसरों ने चाबी लगाकर स्लाइड किया तो पूरा रूम नजर आने लगा.

रूम की चाबी बिजनेसमैन ने गमले में छुपा रखी थी, जिसे खीजने में टीम को मशक्कत करनी पड़ी. IT टीम ने कमरे की दीवार में शीशे की डिजाइन में जब चाबी लगाई तो सीक्रेट रूम नजर आया. यहां से 26 किलो सोना (8 करोड़) और 4.5 करोड़ कैश बरामद हुआ है.

इसी के साथ इस मामले में 41 करोड़ की SAFTA शुल्क चोरी की बात भी सामने आई है. इस पूरी कार्रवाई में कई अनियमताएं और टैक्स चोरी का खुलासा हुआ है. जानकारी के अनुसार, 150 अधिकारियों ने 35 से ज्यादा जगहों पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया, जिसमें कुल 26.307 किलोग्राम वजन के जेवरात मिले हैं. इनमें से 15.217 किलोग्राम जब्त कर लिया गया है. इनकी कीमत लगभग 8 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इसके अलावा 4.53 करोड़ रुपये कैश मिला है, जिसमें 3.7 करोड़ रुपये जब्त कर लिए गए हैं.

41 करोड़ रुपये की SAFTA (South Asian Free Trade Area) शुल्क चोरी का भी पता चला है. इसके बारे में ग्रुप के मालिक से विभाग के अधिकारियों ने घंटों तक पूछताछ की. इसके अलावा, M/S KPEL द्वारा 18 करोड़ रुपये की फर्जी खरीद की बात सामने आई. अधिक खर्च दिखाने के लिए जो भी बोगस परचेजिंग की गई, आयकर विभाग के अधिकारियों ने डॉक्यूमेंट के साथ ग्रुप के मालिक से इस संबंध में पूछताछ की.

बंद कमरों की चाबी ढूंढने में निकल गए अधिकारियों के पसीने

रेड में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि कैश और सोना अलग-अलग कमरों में रखा हुआ था. उन सभी कमरों की चाबी ऐसी-ऐसी जगह रखी थीं कि अधिकारियों को ढूंढ़ने में काफी मुश्किल हुई. जिस कमरे में सबसे ज्यादा कैश मिला, उस कमरे की चाबी गमले में छिपी मिली.

डाटा मेंटेन करने के लिए हाईटेक सॉफ्टवेयर का किया इस्तेमाल

इनकम टैक्स सूत्रों के अनुसार, डाटा मेंटेन करने के लिए मयूर ग्रुप ने हाईटेक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया है, जिसको आयकर विभाग की फोरेंसिक टीम द्वारा फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है. जब्त किए गए लैपटॉप और अन्य उपकरणों की जांच की जा रही है. इसके बाद अन्य टैक्स चोरी और अनियमिताओं का ब्योरा सामने आएगा.

रियल एस्टेट में इन्वेस्ट किए गए हजारों करोड़ रुपये

इनकम टैक्स सूत्रों के मुताबिक, हजारों करोड़ रुपये रियल एस्टेट में इन्वेस्ट किए गए. टैक्स चोरी के लिए बोगस परचेस की गई. जिन कंपनियों से करोड़ों की खरीद दिखाई है, वह असलियत में है ही नहीं. सूत्रों का कहना है कि रेड एक दो दिन और चल सकती है.