देश की पहली रैपिड रेल का रविवार को दुहाई डिपो पर स्टेटिक ट्रायल किया गया। राष्ट्रीय राजधानी परिवहन क्षेत्र निगम (एनसीआरटीसी) अधिकारियों के मुताबिक यह ट्रायल से पहले का मेडन-रन है। रैपिड रेल का मुख्य ट्रायल प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की मौजूदगी में किया जाएगा। रैपिड रेल का ट्रायल अक्तूबर 2022 में संभावित है।
एनसीआरटीसी ने अपने अधिकारिक इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर 51 सेकेंड का एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें रैपिड रेल दुहाई डिपो में 700 मीटर ट्रैक पर चलती हुई दिखाई दी। इसमें राष्ट्रीय राजधानी परिवहन क्षेत्र निगम (एनसीआरटीसी) के एमडी विनय कुमार सिंह मौजूद रहे।
तेज गति से चल रहा रैपिड रेल
अधिकारियों के अनुसार दिल्ली से मेरठ तक 82 किलोमीटर में रैपिड रेल का कार्य तेज गति से चल रहा है। मेरठ में परतापुर से लेकर बेगमपुल तक रैपिड रेल का कार्य दिखाई देने लगा है। मेरठ में ब्रह्मपुरी स्टेशन से आगे भूमिगत ट्रैक बनाया जाएगा, जो कि गांधीबाग पर जाकर खत्म होगा। मेरठ में तीन स्टेशन भूमिगत बनाए जाएंगे जिसमें मेरठ सेंट्रल, बेगमपुल, और भैंसाली बस अड्डा शामिल है। वहीं रैपिड रेल के ट्रैक पर ही मेरठ में मेट्रो का संचालन भी किया जाएगा।
मेरठ मेट्रो का संचालन मेरठ दक्षिण यानी मोहद्दीनपुर से लेकर मोदीपुरम तक किया जाएगा। मोदीपुरम में एक डिपो भी बनाया जाएगा। यहां पर रैपिड रेल का मेंटेनेंस किया जाएगा। साहिबाबाद से लेकर दुहाई तक पहला चरण मार्च 2023 में शुरू होने की संभावना है। वहीं 2024 के अंत तक मेरठ रैपिड रेल दौड़ने लगेगी।